देहरादून: उत्तराखंड (Uttarakhand) में विधान सभा चुनावों (Assembly Elections) में करारी हार के बाद अब कांग्रेस (Congress) में अंतर्विरोध भी खुलकर सामने आने लगे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने ऊपर लगे आरोपों के बाद कहा है कि पद और पार्टी टिकट बेचने का आरोप अत्यधिक गंभीर है.


टिकट बेचे जाने के आरोप से आहत हरीश रावत


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कांग्रेस नेता और चकराता से चुनाव लड़ने वाले प्रीतम सिंह और रामपुर से कांग्रेस उम्मीदवार रंजीत रावत ने सीधे तौर पर हरीश रावत (Former Chief Minister Harish Rawat) को कांग्रेस की चुनावी हार के लिए जिम्मेदार ठहराया है. रावत ने साफ तौर पर कहा कि उम्र इस पड़ाव पर अब जाकर ये आरोप लगने ही बाकी रह गए थे कि मैंने टिकट बेचे हैं.


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पार्टी में खुद का योगदान गिनवाया


हरीश रावत ने साफ तौर पर कहा कि यदि वह आरोप एक ऐसे व्यक्ति पर लगाया जा रहा हो, जो पूर्व मुख्यमंत्री रहा है, जो पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष रहा है, जो पार्टी का महासचिव रहा है और कांग्रेस (Congress) कार्यसमिति का सदस्य है. आरोप लगाने वाला व्यक्ति भी गंभीर पद पर विद्यमान व्यक्ति हो और उस व्यक्ति द्वारा लगाए गए आरोप को एक अत्यधिक महत्वपूर्ण पद पर विद्यमान व्यक्ति और उसके सपोर्टर्स द्वारा प्रचारित-प्रसारित करवाया जा रहा हो, तो यह आरोप और भी गंभीर हो जाता है.


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'पार्टी से निष्कासित करे कांग्रेस'


हरीश रावत ने कहा, यह आरोप मुझ पर लगाया गया है. मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि कांग्रेस पार्टी मेरे पर लगे इस आरोप में मुझे पार्टी से निष्कासित करे. होली (Holi) बुराइयों के समन का एक उचित उत्सव है, होलिका दहन और हरीश रावत रूपी बुराई का भी इस होलिका में कांग्रेस (Congress) को दहन कर देना चाहिए.


(इनपुट - आईएएनएस)


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