Weather Update: मौसम विभाग (Mausam Vibhag) ने आने वाले चार से पांच दिनों में गर्मी बढ़ने की आशंका जताई है और तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है. एक्सपर्ट्स ने भीषण गर्मी के मद्देनजर लोगों को दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक घर से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है.
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Heat Wave Alert: अभी मार्च का महीना आधा ही बीता है और कई राज्यों में असामान्य तरीके से भीषण गर्मी की स्थिति पैदा हो गई है. कई राज्यों में हीटवेव चलने लगी है और तापमान (Rise in Temperature) में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने हीटवेव की चेतावनी जारी की है और लोगों को गर्मी से बचने की सलाह दी है. हालात ऐसे हो गए हैं कि कई राज्यों में तो तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है. इस बीच मौसम विभाग (Mausam Vibhag) ने आने वाले चार से पांच दिनों में गर्मी बढ़ने की आशंका जताई है और तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है. एक्सपर्ट्स ने भीषण गर्मी के मद्देनजर लोगों को दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक घर से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है.
तापमान 42 डिग्री के पार, हीटवेव की चेतावनी जारी
ओडिशा के बौध में शनिवार को देश का सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया और यहां पारा 42.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया. इससे पहले शुक्रवार को ओडिशा के ही झारसुगुड़ा में देश का सबसे अधिकतम तापमान दर्ज किया गया था, जहां पारा 41.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था. भीषण गर्मी के बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने ओडिशा में 18 मार्च तक भीषण लू की स्थिति जारी रहने और हीटवेव की चेतावनी जारी की है.
झारखंड के 7 जिलों में तापमान 40 डिग्री से पार
झारखंड के सात जिलों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया और कुछ जिलों में गर्म हवाएं चलने के कारण 'येलो अलर्ट' जारी किया गया है. पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा में शनिवार को राज्य में सबसे अधिक तापमान (41 डिग्री सेल्सियस) दर्ज किया गया जो सामान्य से 7.6 डिग्री अधिक है. डालटनगंज में तापमान 40.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि बोकारो थर्मल में यह 40.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 6.4 डिग्री अधिक है. राज्य की राजधानी रांची में तापमान 37 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 6.1 डिग्री ज्यादा है. गढ़वा, गोड्डा और पाकुड़ जिलों में भी तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने के कारण तापमान में 19 मार्च से गिरावट आ सकती है. रांची मौसम विज्ञान केंद्र के उपनिदेशक अभिषेक आनंद ने कहा, '16 मार्च को गर्म हवाएं चलने के कारण झारखंड के सरायकेला-खरसावां, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, धनबाद और बोकारो जिलों के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है. मौसम में बदलाव 19 मार्च से देखने को मिलेगा. बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राज्य में 19 और 20 मार्च को हल्की बारिश की संभावना है, जबकि 21 और 22 मार्च को हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
दिल्ली में बारिश के बाद भी सामान्य से ज्यादा तापमान
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार सुबह धूप खिली रही और शहर की वायु गुणवत्ता ‘संतोषजनक’ श्रेणी में दर्ज की गई. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के अनुसार, सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 89 रहा. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने बताया कि दिल्ली में शनिवार को पिछले तीन वर्ष में एक जनवरी से 15 मार्च के बीच किसी भी दिन की तुलना में सबसे स्वच्छ वायु गुणवत्ता रही. मौसम विभाग ने बताया कि रविवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से 2.9 डिग्री सेल्सियस अधिक है. इसने कहा कि दिन में बादल छाए रहने, हल्की बारिश होने और अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है. इससे पहले शनिवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से 4.1 डिग्री अधिक है.
इन राज्यों में भी जारी रहेगी लू की स्थिति
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, सौराष्ट्र और कच्छ में 17 मार्च तक भीषण लू की स्थिति जारी रहने की संभावना है. इसके अलावा झारखंड में 18 मार्च तक लू चलने की आशंका है. 18 और 19 मार्च को उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में भी लू की स्थिति रहने की संभावना है. इसके साथ ही पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी क्षेत्र, छत्तीसगढ़, विदर्भ और उत्तरी तेलंगाना में भी लू की स्थिति रहेगी.
मार्च के महीने में ही क्यों पड़ने लगी भीषण गर्मी?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, बेमौसम गर्मी मुख्य रूप से 'मध्य भारत के ऊपर एक बड़े उच्च दबाव वाले क्षेत्र' के कारण हो रही है. आमतौर पर, मार्च के महीने में देखा गया है कि पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) सक्रिय रहते हैं, जो उत्तर-पश्चिमी भारत में बारिश के बाद मौसम ठंडा करते हैं. लेकिन, इस साल पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर होने के कारण बेमौसम गर्मी पड़ रही है. इसके अलावा बंगाल की खाड़ी से आने वाली गर्म और नम हवाएं, जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम के पैटर्न में बदलाव भी बेमौसम गर्मी का कारण हो सकती हैं. विशेषज्ञों ने देशभर में इन तापमान बढ़ने में योगदान देने वाले बदलते जलवायु पैटर्न की ओर इशारा किया है.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)