Himachal Govt Employees Protest: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में सोमवार को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया गया. ये प्रदर्शन समय पर वेतन और पेंशन न मिलने से परेशान लोगों ने किया.
Trending Photos
)
Shimla Protest: हिमाचल प्रदेश में सरकार से समय पर वेतन और पेंशन न मिलने से परेशान लोगों ने सड़क पर प्रदर्शन शुरू कर दिया. बरसात के बावजूद लोगों को आक्रोश कम नहीं हुआ और तेज बारिश में प्रदर्शन करते रहें. प्रदर्शन में शामिल लोग विभिन्न विभागों के कर्मचारी, पेशनरों और मजदूर हैं, जो वेतन, पेंशन और दूसरे पेमेंट्स समय पर न मिलने से परेशान हैं. ये प्रदर्शन भारतीय मजदूर संघ (BMS) के बैनर के तले किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (HPTDC) के कर्मचारी शामिल हुए.
प्रदर्शन का बड़ा कारण
प्रदर्शन को लेकर HPTDC कर्मचारी संघ के राज्य सचिव राज कुमार शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि विरोध प्रदर्शन की वजह वेतन देने में देरी होने के कारण पर्यटन निगम के कर्मचारियों में हो रही फाइनेंशियल समस्या है. वे आगे कहते हैं कि "हर महीने वेतन मिलने में देरी होती है. कुछ विभागों में काम थोड़ा कम हुआ है, लेकिन फिर भी कर्मचारी पूरी ईमानदारी से अपनी ड्यूटी कर रहे हैं. ऐसे में हम सरकार से मांग करते हैं कि समय पर वेतन दिया जाए, जिससे हम खुद को ठगा हुआ महसूस न करें. कर्मचारियों को पारिवारिक जिम्मेदारियां निभाने के लिए समय पर वेतन मिलना जरूरी है." उन्होंने ये भी कहा कि वेतन में देरी के कारण कर्मचारियों पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है. वे समय पर बैंक की EMI और किस्तें भर नहीं पा रहे हैं, जिससे उन्हें जुर्माना भरना पड़ रहा है.
HPTDC होटलों का रेनोवेशन के लिए फंड
इसके साथ-साथ शर्मा ने सरकार से HPTDC होटलों रेनोवेशन और इंप्रूवमेंट के लिए भी खास आर्थिक पैकेज की मांग की है. उन्होंने कहा कि, "हमारे होटलों को रेनोवेशन की जरूरत है, वे बहुत खराब हालत में हैं. फर्नीचर, कालीन, बर्तन और दूसरी जरूरी चीजें पुरानी हो चुकी हैं या गायब हैं. इसका नतीजा ये हो रहा है कि टूरिस्ट कम आ रहे हैं और कमाई घट रही है. ऐसे में सरकार खास पंड दें, जिससे इन होटलों की हालत सुधारी जा सके और कमाई बढ़ाई जा सके."
बकाया एरियर जल्द दिए जाएं
इसके अलावा उन्होंने बकाया एरियर जल्दी देने की अपील की. वे कहते हैं कि 2016 में हुए पे रिवीजन के तहत बकाया एरियर जल्द दिए जाएं और मेडिकल बिलों की भुगतान प्रोसेस और पेंशन भुगतान में भी देरी न हो. इसके अलावा HPTDC कर्मचारी संघ ने इस बात पर भी जोर दिया कि वे हमेशा सरकार का सहयोग करते हैं, वीआईपी और सरकारी मेहमानों की सेवा करते हैं. ऐसे में सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वे उनके साथ न्याय करें और उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारे.
स्टेट टूरिज्म सेक्टर की छवि पर बुरा असर
प्रदर्शनकारियों ने यहां तक कहा कि अगर उनकी मांगें को जल्दी से जल्दी नहीं मानी गई, तो ये प्रदर्शन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि वेतन और सरकारी सुविधाओं में देरी होने से कर्मचारियों का मनोबल टूटता है, साथ ही स्टेट टूरिज्म सेक्टर की छवि पर भी असर पड़ता है.