Pakistan Airspace News: आसमान में तेज तूफान और गिरते ओले के बीच फंसे इंडिगो में बैठे यात्रियों की सांसें थम गई थीं. प्लेन का आगे का हिस्सा टूट गया था. पाकिस्तान ने भी एयरस्पेस इस्तेमाल करने से मना कर दिया था तब भारतीय वायुसेना मदद को आगे आई थी.
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Indian Air Force Indigo Plane Landing: तूफान में फंसी दिल्ली से श्रीनगर जा रही इंडिगो की फ्लाइट के बारे में अब पूरी बात चली है. लाहौर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) ने जब पाकिस्तान के एयरस्पेस में घुसने की परमिशन देने से मना कर दिया, तब भारतीय वायुसेना हेल्प करने आगे आई थी. इंडिगो की फ्लाइट 6E 214 दो दिन पहले आसमान में भयानक टर्बुलेंस में फंस गई थी. भीतर बैठे यात्री ईश्वर से प्रार्थना करने लगे थे. बाहर ओले गिर रहे थे. उस समय इंडियन एयरफोर्स ने प्लेन की सुरक्षित लैंडिंग कराने में अहम भूमिका निभाई. प्लेन लैंड हुआ तब पता चला कि उसके आगे का हिस्सा टूट चुका था.
अब पता चला है कि इंडिगो विमान में 8500 फीट प्रति मिनट की भयानक गिरावट आ रही थी. जबकि सामान्य रूप से यह 3,000 फीट प्रति मिनट से ज्यादा नहीं होना चाहिए. एयरफोर्स ने प्लेन क्रू को सलाह दी कि पाकिस्तान का एयरस्पेस बंद है. इससे पहले 6E-2142 के पायलट की तरफ से आपातकालीन स्थिति में IAF के उत्तरी कमान से संपर्क किया गया था. क्रू ने तूफान के कारण प्लेन का फ्लाइट पाथ चेंज करने की परमिशन मांगी थी, जिसके बाद IAF ने क्रू को सतर्क किया था. माना जा रहा है कि उस समय प्लेन पाकिस्तानी एयरस्पेस के बिल्कुल करीब रहा होगा.
एयरफोर्स का अहम रोल
भारतीय वायुसेना के सूत्रों ने बताया है, 'पाकिस्तान के नागरिक उड्डयन प्रशासन की तरफ से NOTAM 23 मई (2359 बजे) की आधी रात तक लागू था. इसमें कहा गया था कि पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र भारत में रजिस्टर्ड विमानों और भारतीय एयरलाइंस/ऑपरेटरों द्वारा संचालित/कब्जे वाले या किराए पर लिए गए प्लेन के लिए उपलब्ध नहीं है. इसमें मिलिट्री फ्लाइट्स भी शामिल हैं. ऐसे में नॉर्दर्न एरिया कंट्रोल ने इंडिगो प्लेन के क्रू को सलाह दी कि वे NOTAM के दायरे में ही चलें.'
दरअसल, एयरस्पेस की पाबंदी वाले रूल को मानना सभी एयरलाइंस के लिए जरूरी होता है जिससे एयरक्राफ्ट और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. IAF सूत्रों ने बताया कि दिल्ली एरिया से संपर्क कर एयरक्राफ्ट के रूट डायवर्जन में फौरन प्लेन की सहायता की गई. पायलट की तरफ से भी लाहौर कंट्रोल से संपर्क कर मौसम के चलते डायवर्जन रिक्वेस्ट की गई. हालांकि लाहौर कंट्रोल की तरफ से क्लियरेंस देने से मना करने के बाद एयरक्राफ्ट के श्रीनगर एयरफील्ड पर सेफ लैंडिंग कराने में IAF ने पेशेवर तरीके से सहयोग दिया. इस दौरान इंडिगो फ्लाइट को सभी जरूरी सहयोग उपलब्ध कराया गया.
पायलट ने लौटने का भी सोचा
उस समय पायलट के पास विकल्प सीमित थे क्योंकि तूफान बिल्कुल करीब था. पायलट ने दिल्ली लौटने के बारे में भी सोचा था लेकिन तब तक प्लेन तूफान के बिल्कुल करीब आ चुका था. ऐसे में संभावित खतरों को देखते हुए प्लेन को श्रीनगर की तरफ ही ले जाने का फैसला लिया गया. तूफान, ओले के प्रभाव के चलते प्लेन के कई सिस्टम में खराबी के संकेत मिलने लगे थे.
आगे पायलटों ने अपने कौशल पर भरोसा करते हुए जेट को तब तक स्थिर रखा जब तक यह बादलों से बाहर नहीं हो गया.
बैन और बढ़ा
इधर, भारत ने आज पाकिस्तान की उड़ानों के लिए NOTAM को एक महीने के लिए बढ़ा दिया. यह 23 जून 2025 तक प्रभावी रहेगा. भारतीय हवाई क्षेत्र पाकिस्तान में पंजीकृत एयरक्राफ्ट और पाकिस्तानी एयरलाइनों/ऑपरेटरों द्वारा संचालित/स्वामित्व वाली या लीज पर ली गई प्लेन के लिए स्वीकृत नहीं है. इसमें सैन्य उड़ानें भी शामिल हैं. पाकिस्तान ने भारतीय फ्लाइट्स के लिए एयरस्पेस बैन 24 जून तक बढ़ा दिया गया है.