मां ने बच्चों को बचाने के लिए लगाया गले और जल गईं जिंदा...चश्मदीद ने सुनाई हैदराबाद अग्निकांड की दर्दनाक कहानी
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मां ने बच्चों को बचाने के लिए लगाया गले और जल गईं जिंदा...चश्मदीद ने सुनाई हैदराबाद अग्निकांड की दर्दनाक कहानी

Hyderabad Fire: हैदराबाद के चारमीनार के पास 'गुलज़ार हाउस' इमारत में लगी भीषण आग में एक ही परिवार के 17 लोगों की मौत हो गई. दिल को दहला देने वाली इस घटना में आठ बच्चे, चार बुज़ुर्ग और पांच महिलाओं की मौत की पुष्टि हुई है.

मां ने बच्चों को बचाने के लिए लगाया गले और जल गईं जिंदा...चश्मदीद ने सुनाई हैदराबाद अग्निकांड की दर्दनाक कहानी

Hyderabad Fire: हैदराबाद के चारमीनार ( Charminar ) से 100 मीटर से भी कम दूरी पर मौजूद 'गुलज़ार हाउस' इमारत में लगी भीषण आग में एक ही परिवार के 17 लोगों की मौत हो गई. इस दर्दनाक हादसे की सूचना जैसे ही स्थानीय लोगों को मिली, वे तुरंत मौके पर पहुंचे और घर के अंदर फंसे लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया. घायलों को आग की चपेट से बाहर निकालने वालों में चूड़ी बेचने वाले ज़हीर भी थे. उन्होंने घटना के बारे में दिल को दहला देने वाली एक कहानी बताई है, जिसे जानकर आपके भी आखों में आंसू आ जाएंगे. 

ज़हीर ने NDTV को बताया कि उन्हें घर के अंदर एक महिला मिली, जो अपने बच्चों को आग की लपटों से बचाने के लिए इस कदर गले लगी हुई थी, जिसे बयां कर पाना काफी मुश्किल है. दुखद बात यह है कि वे सभी उसकी आखिरी आलिंगन में इस कदर जल गए थे कि उनकी पहचान करना मुश्किल हो गया था. ज़हीर ने बताया, 'आग लगने के कुछ ही देर बाद हम अंदर घुसने में कामयाब हो गए. लपटें बहुत बड़ी थीं. कमरे के अंदर एक महिला ने बच्चों को गले लगाया हुआ था. वह मर चुकी थी.'

100 साल पुरानी है इमारत
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, आग शॉर्ट शर्किट की वजह से लगी थी और सभी लोग तब सो रहे थे. इमारत की पुरानी संरचना के कारण बचाव कार्य में काफ़ी मुश्किलें आईं. सौ साल पुरानी इमारत में रविवार की सुबह जब आग लगी, तो उनके पास बचने का कोई मौका नहीं था. इमारत में सिर्फ एक ही द्वार था. इमारत की सभी खिड़कियां एयर कंडीशनर के इस्तेमाल की वजह से बंद थी.  

ज्यादातर लोगों की जलने से हुई मौत
जहीर ने बताया, 'हमने 13 लोगों को बाहर निकाला. धुएं के कारण हम कुछ भी नहीं देख पा रहे थे. अंदर जाने के लिए हमने दीवार गिरा दी.' उन्होंने बताया कि ज्यादातर लोग जलकर मर गए, जबकि अन्य का दम धुएं की वजह से घुट गया.

एक की बची जान
वहीं, तेलंगाना फायर डिपार्टमेंट ने 17 पीड़ितों की पहचान की है. इनमें से आठ बच्चे हैं, सबसे छोटा सिर्फ़ एक साल का है. जबकि हादसे में जान गंवाने वालों में चार बुज़ुर्ग हैं और पांच महिलाएं हैं. परिवार का सिर्फ़ एक सदस्य बच गया क्योंकि वह टहलने के लिए बाहर गया था.

अफसर ने कहा
तेलंगाना फायर सर्विस के डाइरेक्टर वाई नागी रेड्डी ने बताया कि सुबह 6:16 बजे आग लगने की खबर मिली थी. इसके बाद 11 दमकल गाड़ियों को तुरंत मौके पर भेजा गया. इमारत में फंसे लोगों को बचाने के लिए दमकलकर्मियों को ऑक्सीजन मास्क और श्वास तंत्र का इस्तेमाल करना पड़ा. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि आग बिजली के मेन वायर से शुरू हुई और फिर ग्राउंड फ्लोर की दुकानों तक फैल गई. उन्होंने कहा, 'फिर धुआं दूसरी मंजिलों तक फैल गया, इलाके में बहुत गर्मी पैदा हो गई.'

पीएम मोदी ने जताया दुख
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद इमारत में लगी आग में लोगों की मौत पर दुख जताया है. उन्होंने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से मृतकों के परिवार वालों को 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. जबकि हादसे में घायल हुए लोगों को 50,000 रुपए देने का ऐलान किया.

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