मैं कोई सरकारी एजेंट नहीं, हमेशा अपने विवेक से काम किया है: श्री श्री रविशंकर
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मैं कोई सरकारी एजेंट नहीं, हमेशा अपने विवेक से काम किया है: श्री श्री रविशंकर

आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर ने कांग्रेस के इस आरोप को खारिज कर दिया कि अयोध्या में राम मंदिर विवाद में मध्यस्थता के संबंध में वह सरकारी एजेंट हैं. 

फाइल फोटो

नई दिल्ली: आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर ने कांग्रेस के इस आरोप को खारिज कर दिया कि अयोध्या में राम मंदिर विवाद में मध्यस्थता के संबंध में वह सरकारी एजेंट हैं. उन्होंने कहा, ‘मैंने हमेशा अपने विवेक से काम किया और मैं किसी भी व्यक्ति के कहने पर काम नहीं कर रहा हूं.’ वह कांग्रेस के आरोप का जवाब दे रहे थे. कांग्रेस ने उन्हें अयोध्या मुद्दे पर सरकारी एजेंट बताया था. श्री श्री रविशंकर ने कहा कि वह पहले से यह काम कर रहे हैं. यह पूछे जाने पर कि अयोध्या मुद्दे पर उनका रूख क्या होगा, इस पर उन्होंने कहा, ‘मैं कोई रूख अपना लूंगा तो मध्यस्थता कैसे कर सकूंगा. मैं यह देखूंगा कि बातचीत के जरिए सभी पक्षकारों को एकसाथ लाकर क्या हम समस्या का समाधान निकाल सकते हैं.’ 

  1. राम मंदिर विवाद पर मध्यस्थता करने की पेशकश की थी आध्यात्मिक गुरु ने
  2. अदालत से बहार समाधान चाहते हैं राम मंदिर विवाद का आध्यात्मिक गुरु
  3. कांग्रेस प्रवक्ता टॉम वड़क्कन ने आध्यात्मिक नेता को सरकारी एजेंट बताया

कांग्रेस प्रवक्ता टॉम वड़क्कन ने 31 अक्तूबर को दिल्ली में आध्यात्मिक नेता को सरकारी एजेंट बताया था जो अयोध्या में राम मंदिर विवाद में सरकार के हितों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. श्री श्री रविशंकर ने राम मंदिर विवाद का अदालत के बाहर समाधान निकालने के लिए कथित तौर पर मध्यस्थता करने की पेशकश की थी.

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