भारत युद्ध नहीं चाहता, लेकिन सम्मान को ठेस पहुंचाया तो भारत देगा मुंहतोड़ जवाब: राजनाथ सिंह
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भारत युद्ध नहीं चाहता, लेकिन सम्मान को ठेस पहुंचाया तो भारत देगा मुंहतोड़ जवाब: राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री Rajnath Singh ने कहा कि भारत हमेशा अपने पड़ोसियों के साथ दोस्ताना संबंध चाहता है. लेकिन अगर चीन जैसे महाशक्ति भारत के सम्मान को ठेस पहुंचाने की कोशिश करेंगी तो उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. भारतीय सैनिकों ने अनुकरणीय साहस दिखाया है जिस पर हर भारतीय को गर्व होगा.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह।

बेंगलुरु: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने चीन (China) के साथ 8 महीने से चल रहे गतिरोध के बीच गुरुवार को कहा कि भारत युद्ध नहीं चाहता, लेकिन यदि कोई महाशक्ति देश के सम्मान को ठेस पहुंचाती है तो देश के सैनिक मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं. भारत ने हमेशा अपने पड़ोसियों के साथ शांति और मित्रवत संबंध रखने को प्राथमिकता दी है.

भारतीय वायु सेना की मुख्यालय ट्रेनिंग कमान में 5वें सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस (Ex-Servicemen Day) के अवसर पर बोलते हुए सिंह ने कहा, ‘यह हमेशा अपने पड़ोसियों के साथ शांति और दोस्ताना संबंध चाहता है क्योंकि यह हमारे खून और संस्कृति में है.’ चीन के साथ गतिरोध का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिकों ने अनुकरणीय साहस और धैर्य दिखाया है और यदि इसे बयां किया जा सके तो हर भारतीय को गर्व होगा.

सेना की प्रशंसा जितनी की जाए वो कम है

मैं आपको बता सकता हूं कि जो पहले कभी नहीं हुआ, वो इस बार हुआ. कोई इस बात की कल्पना नहीं कर सकता कि भारतीय बलों (Indian Army) ने ऐसा करिश्माई काम किया लेकिन मैं उसके विस्तार में नहीं जाना चाहता. पाकिस्तान की जमीन पर आतंकवादियों को ढेर कर असाधारण साहस दर्शाने वाले भारतीय जवानों की प्रशंसा जितनी की जाए कम रहेगी. उन्होंने पूर्व सैनिकों का आह्वान करते हुए कहा कि वे समाज के साथ अपने अनुभव साझा करने में तथा युवाओं को सेनाओं में शामिल होने के लिए प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करें.

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ECPS के तहत मिले ये अधिकार

पूर्व सैनिकों के सामने मौजूद चुनौतियों का उल्लेख करते हुए सिंह ने कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद आय कम हो जाती है जबकि जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं. उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि सरकार ने आपके लिए बहुत कुछ किया है लेकिन मेरा मानना है कि और भी बहुत कुछ किए जाने की जरूरत है. पूर्व-सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना (ECPS) के तहत सरकार ने स्थानीय कमांडरों को निजी अस्पतालों को भी नामित करने के अधिकार दिए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में सत्ता में आने के बाद पूर्व सैनिकों की चिर प्रतीक्षित ‘वन रैंक वन पेंशन’ की मांग को पूरा किया था. 

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इनकी याद में मनाया जाता है 'पूर्व सैनिक दिवस'

पूर्व सैनिकों को संबोधित करने से पहले सिंह ने प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल बिपिन रावत के साथ युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि भी अर्पित की. समारोह के बाद सिंह और जनरल रावत ने पूर्व सैनिकों से बातचीत की. इस मौके पर पूर्व सैनिक, उनके परिजन और अनेक पूर्व-सैनिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे. भारतीय सशस्त्र बल हर साल 14 जनवरी को पूर्व सैनिक दिवस मनाते हैं. भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ फील्ड मार्शल के एम करियप्पा की सेवाओं के सम्मान में इस दिन को चुना गया. वह 1953 में इसी दिन सेवानिवृत्त हुए थे.

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