IGIA: अब विदेश यात्रा से लौटने पर एयरपोर्ट के एराइवल हॉल में भी होगी सुरक्षा जांच, यह है बड़ी वजह
आईजीआई एयरपोर्ट से सोना तस्करी की बढ़ती कोशिशों को देखते हुए यह कवायद की जा रही है. इस कवायद के तहत कस्टम के प्रिवेंटिव विंग ने संवेदनशील देशों की एक सूची तैयार की है, जिसमें खाड़ी देशों के अलावा दक्षिण-पूर्वी देशों को शामिल किया गया है.
- सोना और ड्रग्स तस्करी की हर कोशिश को नाकाम करना चाहता है कस्टम
- संवेदनशील देशों की सूची में अब दक्षिण-पूर्वी देशों को भी किया गया शामिल
- इंटेलीजेंस और प्रोफाइलिंग के आधार पर होगी पश्चिमी देशों के मुसाफिरों की जांच
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नई दिल्ली: अब विदेश से आने वाले मुसाफिरों को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के एराइवल हॉल में सुरक्षा जांच से गुजरना होगा. दरअसल, यह कवायद आईजीआई एयरपोर्ट से सोना तस्करी की बढ़ती कोशिशों को देखते हुए की जा रही है. इस कवायद के तहत कस्टम के प्रिवेंटिव विंग ने संवेदनशील देशों की एक सूची तैयार की है, जिसमें खाड़ी देशों के अलावा दक्षिण-पूर्वी देशों को शामिल किया गया है. इन देशों से आने वाले लगभग सभी मुसाफिरों की जांच कस्टम एयर प्रिवेंटिव के अधिकारी आईजीआई एयरपोर्ट के एरावइल हॉल में की जाएगी.
कस्टम के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि संवेदनशील देशों से आने वाले मुसाफिरों की जांच के लिए कस्टम के ग्रीन चैनल पर सुरक्षा उपकरण लगाए गए हैं. जिसमें हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर, डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर, एक्स-रे मशील और नारकोटिक्स डेटेक्टर किट शामिल हैं. उन्होंने बताया कि संवेदनशील देशों से आने वाले मुसाफिरों की पहचान उनके पासपोर्ट पर लगे इमीग्रेशन स्टैंप से की जाएगी. जिससे बाद उनकी शारीरिक जांच डीएमएमडी और एचएचएमडी से पूरी की जाएगी. साथ ही, उनके पास मौजूद बैगेज की जांच एक्स-रे की मदद से की जाएगी.
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सोना और ड्रग्स तस्करी की हर कोशिश को नाकाम करना चाहता है कस्टम
कस्टम के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बीते समय आईजीआई एयरपोर्ट से कस्टम की तस्करी की कोशिशों में तेजी से इजाफा हुआ है. कस्टम प्रिवेंटिव टीम लगातार इन कोशिशों को नाकाम कर तस्करों को गिरफ्तार कर रही है. विदेशों से सोना और मादक पदार्थ तस्करी की हर संभावित कोशिशों को नाकाम करने के लिए कस्टम ने यह कवादय शुरू की है. जिसके तहत, कस्टम के ग्रीन चैनल की घेरेबंदी की गई है. यात्रियों के गुजरने के लिए एक नया रास्ता बनाया गया है. इस रास्ते के पहले छोर पर कस्टम प्रिवेंटिव की टीम मौजूद होगी.
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संवेदनशील देशों की सूची में अब दक्षिण-पूर्वी देशों को भी किया गया शामिल
कस्टम प्रिवेंटिव की यह टीम विदेश से आने वाले मुसाफिरों के पासपोर्ट के जांच कर उन्हें सुरक्षा जांच के लिए भेजेगी. वहीं संवेदनशील घोषित किए गए देशों को लेकर कस्टम अधिकारी ने बताया दुबई और मस्कट सहित अन्य घाटी देश लंबे समय से संवेदनशील देशों की सूची में रहे हैं. लेकिन, बीते कुछ सालों में अन्य देशों से भी तस्करी की कोशिश हुई है. उन्होंने बताया कि बीते दो-तीन सालों में सिंगापुर, बैंकाक सहित अन्य दक्षिण-पूर्वी देशों से तस्करी के मामले बढ़े हैं, लिहाजा इन देशों को भी संवेदनशील देशों की सूची में शामिल किया गया है.
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इंटेलीजेंस और प्रोफाइलिंग के आधार पर होगी पश्चिमी देशों के मुसाफिरों की जांच
कस्टम के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बीते कुछ महीनों में श्रीलंका और माले से भी सोना तस्करी की कोशिशें सामने आई हैं. इन कोशिशों को देखते हुए हाल में तैयार की गई संवेदनशील देशों की सूची में श्रीलंका और माले को भी शामिल किया गया है. उन्होंने बताया कि इस देशों से आने वाले लगभग सभी मुसाफिरों की जांच अब एयरपोर्ट के एराइवल हॉल में की जाएगी. वहीं पश्चिमी देशों से आने वाले मुसाफिरों को लेकर उन्होंने बताया कि इन मुसाफिरों की जांच प्रोफाइलिंग और इंटेलीजेंस इनपुट के आधार पर की जा रही है.