`आईआईटी छात्र बनाएं यात्रियों के लिए ड्रोन, तभी सड़कों से हटेगी भीड़`
ड्रोन का इस्तेमाल आज कई एप्लीकेशन जैसे डिलीवरी, निगरानी, मैंपिंग और अन्य चीजों में होता है.
मुंबई: नागर विमानन मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि यात्री ड्रोन भीड़भाड़ वाले शहरों की सड़कों को भीड़ से निजात दिलाने में मदद कर सकते हैं और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) के छात्र इस तरह के उपकरण बनाने में मदद कर सकते हैं. आईआईटी बॉम्बे की ओर से आयोजित प्रौद्योगिकी महोत्सव में सिन्हा ने कहा कि सरकार ड्रोन क्षेत्र के लिए नियमों को लाने पर काम कर रही है, जो इस तरह की तकनीकी के तेज और बेहतर विकास में मदद करेगा. उन्होंने कहा, "ड्रोन में बड़े पैमाने पर अवसर है. जैसे इलेक्ट्रिक वाहन और ड्रोन में समान इलेक्ट्रिक मोटर और बैटरी का इस्तेमाल होगा. हम ड्रोनों के लिए कुछ नियमों को लागू करने पर काम कर रहे हैं जो कि तकनीकी को और अधिक प्रगतिशील बनाने में मदद करेगा."
ड्रोन का इस्तेमाल आज कई एप्लीकेशन जैसे डिलीवरी, निगरानी, मैंपिंग और अन्य चीजों में होता है. उन्होंने कहा कि अब लोग यात्री ड्रोन बनाने पर काम कर रहे हैं. इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मौजूद अवसरों को हासिल करने के लिए हम अपनी प्रौद्योगिकी विकसित करने की आवश्यकता है. अगर हम इसे कुशलतापूर्वक विकसित में कामयाब हुए तो यात्री ड्रोन सेवा की कीमत रिक्शे की तर्ज पर होगी. सिन्हा ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों और वित्तीय प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अविष्कार के लिए असीम अवसर हैं.
(इनपुट एजेंसी से भी)