Today Weather Update: उत्तर भारत में पड़ रही तेज गर्मी ने लोगों के पसीने छुड़ा रखे हैं. सुबह होते ही सूरज आग उगलने लग जाता है. आखिर इस गर्मी से कब राहत मिलेगी, इस बारे में आईएमडी ने बड़ा अपडेट दिया है.
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North India Weather Update: दिल्ली एनसीआर समेत उत्तर भारत में पिछले कुछ दिनों से तेज गर्मी पड़ रही है. कई इलाकों में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. गर्मी और पसीने की वजह से दोपहर में लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. इसके साथ ही बिजली कटौती भी लोगों को रुला रही है. गर्मी से जूझ रहे लोगों को अब बारिश से ही कुछ उम्मीद है कि शायद मौसम बदले और उन्हें कुछ राहत मिले.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश की उम्मीद है. पूर्वोत्तर और दक्षिणी राज्यों में भी अगले कुछ दिनों में हल्की से भारी बारिश होने के आसार हैं.
आज कैसा रहेगा दिल्ली-एनसीआर का मौसम?
दिल्ली एनसीआर के मौसम की बात करें तो 29 अप्रैल यानी आज राष्ट्रीय राजधानी में हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान है, जिससे निवासियों को कुछ राहत मिलेगी. इस 30 से 50 किमी/घंटा की स्पीड से हवाएं चल सकती हैं. आज अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस रह सकता है. इससे चिलचिलाती गर्मी से लोगों को काफी राहत मिल सकती है.
IMD के पूर्वानुमान के अनुसार, 30 अप्रैल और 1 मई को आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे. हालांकि बारिश होने के आसार काफी कम हैं. इस दौरान अधिकतम तापमान 36 से 38 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है. इससे तेज गर्मी से आंशिक रूप से राहत मिलेगी. हालांकि लू अभी खत्म नहीं हुई है. इसलिए लोगों को उसका ध्यान रखना होगा.
राजस्थान में 46 डिग्री के पार पहुंचा तापमान
प्राइवेट मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के कई जिले भीषण गर्मी की चपेट में हैं और फिलहाल इससे राहत के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं. बाड़मेर में अधिकतम तापमान 46.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. वहां पर यह लगातार बढ़ती गर्मी पाकिस्तान के सिंध प्रांत के दक्षिणी हिस्सों से आने वाली बेहद गर्म और शुष्क हवाओं के कारण हो रही है.
एजेंसी के अनुसार, आने वाले दिनों में थोड़ी राहत मिल सकती है. मौसम पूर्वानुमान को मानें तो जल्द ही हवाओं के रुख में बदलाव होगा और अरब सागर से ठंडी दक्षिण-पश्चिमी हवाएं इस क्षेत्र में पहुंचेंगी. जैसे ही ये हवाएं मौजूदा गर्म और शुष्क हवाओं की जगह लेंगी, तापमान में थोड़ी गिरावट आ सकती है. इससे क्षेत्र के लोगों को लंबे समय से प्रतीक्षित राहत मिलने की संभावना है.
केरल में हो रही प्री-मानसून की बारिश
वहीं केरल में प्री-मानसून सीजन के दौरान केरल में अब तक बारिश की स्थिति काफी अच्छी रही है. 1 मार्च से 27 अप्रैल के बीच, केरल में सामान्य से 39% ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है. सबसे अच्छी बात यह रही कि लगातार बारिश होने के बावजूद कहीं भी बाढ़ या गंभीर मौसम संबंधी कोई बड़ी समस्या सामने नहीं आई है. ज्यादातर बारिश हल्की से मध्यम रही है, जबकि कहीं-कहीं पर तेज बारिश भी हुई, लेकिन इससे कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ.