Madhya Pradesh News: देश को आज मिलेगी एक और विरासत, ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की 108 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण
Adi Shankaracharya Statue: देश में सनातन धर्म की पुनर्स्थापना करने वाले आदि शंकराचार्य के सम्मान में आज मध्य प्रदेश में बड़ा कार्यक्रम होगा. इस दौरान खंडवा जिले में 108 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा.
Statue of Adi Shankaracharya in Khandwa: इस साल मध्य प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में हो रहे असेंबली चुनाव के लिए बीजेपी समेत सभी राजनीतिक दल पूरे जी-जान से जुटे हुए हैं. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में हिंदू संत आदि शंकराचार्य की एक भव्य प्रतिमा का अनावरण करेंगे. खंडवा जिले में नर्मदा नदी के किनारे बसा ओंकारेश्वर मंदिरों का शहर है, जहां पर शंकराचार्य की यह प्रतिमा स्थापित की गई है.
12 ज्योतिर्लिंगों में से एक
बता दें कि भगवान शिव को समर्पित 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ओंकारेश्वर में स्थित है. वहीं पर 8वीं शताब्दी के दार्शनिक और हिंदू धर्म में प्रतिष्ठित शंकराचार्य की 108 फुट ऊंची प्रतिमा का नाम 'एकात्मता की प्रतिमा' (Adi Shankaracharya Statue) रखा गया है. यह विशाल प्रतिमा नर्मदा नदी के किनारे सुरम्य मांधाता पहाड़ी के ऊपर स्थित है.
बारिश की वजह से बदली तारीख
अधिकारियों ने बताया कि सीएम शिवराज सिंह चौहान को 18 सितंबर को इस भव्य प्रतिमा (Adi Shankaracharya Statue) का अनावरण करना था, लेकिन क्षेत्र में भारी बारिश की वजह से कार्यक्रम को 21 सितंबर को पुनर्निर्धारित किया गया. उन्होंने कहा कि आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास और मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम (MPSTDC) के मार्गदर्शन में प्रतिमा को तैयार किया गया है. 'एकात्मता की प्रतिमा' आदि शंकराचार्य की विरासत और उनकी गहन शिक्षाओं को प्रदर्शित करती है.
108 फुट ऊंची प्रतिमा
अधिकारी ने बताया,‘यह सांस्कृतिक परियोजना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बहुप्रतीक्षित दृष्टिकोण - 'वसुधैव कुटुंबकम (दुनिया एक परिवार है) को पूरा करेगी. इस 108 फुट ऊंची प्रतिमा (Adi Shankaracharya Statue) के साथ, मध्य प्रदेश सभी धर्मों के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक केंद्र के रूप में अपनी स्थिति मजबूत करेगा.’
रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार ने इस साल 2,141.85 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी थी, जिसके तहत ओंकारेश्वर में एक संग्रहालय के साथ आदि शंकराचार्य की मूर्ति भी बनाई जानी थी.
( एजेंसी भाषा)