Independence Day 2022: लाल किले से इस सेक्टर को पीएम नरेंद्र मोदी देंगे बड़ा तोहफा! कर सकते हैं ये बड़ा ऐलान
Advertisement

Independence Day 2022: लाल किले से इस सेक्टर को पीएम नरेंद्र मोदी देंगे बड़ा तोहफा! कर सकते हैं ये बड़ा ऐलान

 Independence Day 2022: राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य मंत्रालय 9-14 वर्ष की आयु की लड़कियों के लिए क्यूएचपीवी टीकाकरण की शुरुआत करने की योजना बना रहा है. एक सूत्र ने बताया कि इसकी शुरुआत में छह महीने तक का समय लग सकता है.

 Independence Day 2022: लाल किले से इस सेक्टर को पीएम नरेंद्र मोदी देंगे बड़ा तोहफा! कर सकते हैं ये बड़ा ऐलान

 Independence Day: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता दिवस पर स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए बड़ा ऐलान कर सकते हैं. पीएम मोदी 'हील इन इंडिया', 'हील बाय इंडिया' जैसी कई पहलों और 2047 तक ‘सिकल सेल’ बीमारी को खत्म करने के लिए एक रोडमैप की घोषणा कर सकते हैं. 

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपिलोमावायरस टीके (क्यूएचपीवी) को शामिल करने और एक नए नाम 'पीएम समग्र स्वास्थ्य मिशन' के तहत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का विस्तार भी आज लालकिले से मोदी के भाषण में शामिल हो सकता है.

क्या होगा फायदा

सूत्रों के मुताबिक, 'हील इन इंडिया' पहल के तहत मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए 12 राज्यों के 37 अस्पतालों में चिकित्सा बुनियादी ढांचे को बढ़ाया जाएगा. पहल का मकसद मेडिकल टूरिज्म के लिए देश को एक ग्लोबल सेंटर के रूप में स्थापित करना है.

दस चुनिंदा हवाई अड्डों पर इंटरप्रेटर और स्पेशल डेस्क, एक बहुभाषी पोर्टल और इंटरनेशनल पेशेंट्स और उनके साथियों के लिए आसान वीजा मानदंड भी इस पहल के मुख्य आकर्षणों में से हैं.

44 देशों की हुई पहचान

आधिकारिक सूत्रों ने  बताया कि सरकार ने 44 देशों की पहचान की है, जिनमें मुख्य रूप से अफ्रीकी, लातिन अमेरिकी, दक्षेस और खाड़ी देश हैं, जहां से बड़ी संख्या में लोग इलाज के लिए भारत आते हैं. उन्होंने कहा कि इन देशों में इलाज की लागत और क्वॉलिटी को भी ध्यान में रखा गया है.

'हील बाय इंडिया' पहल का मकसद देश को स्वास्थ्य क्षेत्र में काबिल श्रमशक्ति के ग्लोबल सोर्स के तौर पर पेश करना है. इसके तहत स्वास्थ्य मंत्रालय डॉक्टरों, नर्सों और फार्मासिस्ट सहित स्वास्थ्य पेशेवरों का एक ऑनलाइन मंच तैयार कर रहा है जिसमें यह भी जिक्र करने का प्रावधान है कि वे किस राष्ट्र को अपनी सेवाएं देना चाहते हैं.

तलाश सकेंगे जरूरी पेशेवर

इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि पोर्टल के जरिए, बाहरी हितधारक जैसे कि भारत या विदेश के मरीज और भर्ती करने वाले एक्सपर्ट मेडिकल सिस्टम, ज्ञात भाषाओं और जिस देश में वे काम करना पसंद करते हैं, के आधार पर एक जरूरी पेशेवर की तलाश कर सकेंगे.

जिला स्तर के अस्पतालों में तिगुना देखभाल क्षमता विकसित करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के विस्तार की प्रधानमंत्री की अपेक्षित घोषणा के बारे में, एक आधिकारिक सूत्र ने कहा कि हर राज्य के लिए आवंटित संसाधनों का पांच प्रतिशत तिगुना देखभाल के लिए तय किया जाएगा. सूत्र ने बताया कि विस्तार के साथ ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का नाम पीएम समग्र स्वास्थ्य मिशन रखे जाने की उम्मीद है.

क्यों उठाया गया ये कदम

भारत की स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष 2047 तक ‘सिकल सेल’ बीमारी को खत्म करने के लिए जनजातीय मामलों के मंत्रालय के सहयोग से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से तैयार किए गए रणनीतिक रोडमैप के बारे में एक अधिकारी ने कहा कि तीन साल में 17 राज्यों के 200 जिलों में 40 साल से कम उम्र के लगभग सात करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग के लिए एक खाका तैयार किया गया है.

क्यूएचपीवी टीका स्वदेशी रूप से सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने विकसित किया है. फिलहाल भारत टीके के लिए पूरी तरह विदेशी विनिर्माताओं पर निर्भर है.

लग सकता है इतना वक्त

राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य मंत्रालय 9-14 वर्ष की आयु की लड़कियों के लिए क्यूएचपीवी टीकाकरण की शुरुआत करने की योजना बना रहा है. एक सूत्र ने बताया कि इसकी शुरुआत में छह महीने तक का समय लग सकता है.

सर्वाइकल कैंसर से इतनी महिलाएं होती हैं प्रभावित

भारत में सर्वाइकल कैंसर 15 से 44 वर्ष की आयु की महिलाओं में दूसरा सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर है. देश में हर साल 1,22,844 महिलाएं सर्वाइकल कैंसर से प्रभावित होती हैं, जिनमें से 67,477 की मौत हो जाती है. सूत्रों ने कहा कि टीकाकरण से 9-14 वर्ष की आयु वर्ग की लड़कियों में सर्वाइकल कैंसर को रोका जा सकता है.

(पीटीआई के इनपुट के साथ)

ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर

Trending news