India-America realation: भारत और अमेरिका की वायु सेना सोमवार से संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू कर चुकी है. इस सैन्य अभ्यास में अमेरिका का 'महाविनाशक' हथियार B1 Bomber Aircraft भी शामिल हो रहा है. ऐसा पहली बार होगा जब यह खतरनाक हथियार दोनों देशों के सैन्य अभ्यास में शामिल हो रहा है. क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य के तेजी से उभरने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की सैन्य गतिविधियां बढ़ने के मद्देनजर सोमवार को यह अभ्यास शुरू हुआ है.


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यहां हो रहा आयोजन


‘कोप इंडिया’ नाम के इस सैन्य अभ्यास में अमेरिकी ‘प्लेटफॉर्म’ में एफ-15 ई लड़ाकू विमान, सी-130 और सी-17 परिवहन विमान भी शामिल हुए हैं. अमेरिकी वायुसेना की प्रशांत कमान के कमांडर जनरल के.एस. विल्सबाच ने पत्रकारों को बताया कि बी1 बमवर्षक विमान (B1 Bomber Aircraft) और एफ-15 ई लड़ाकू विमान (F-15E Fighter Aircraft) इस सप्ताह के अंत में वायुसेना अभ्यास में शामिल होंगे. अमेरिकी सैन्य कमांडर ने वायुसेना प्रमुख वी आर चौधरी से भी मुलाकात की और परस्पर हित के मुद्दों और दोनों देशों की वायुसेनाओं के बीच सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की. यह अभ्यास वायुसेना स्टेशन अर्जन सिंह पानागढ़, कलाईकुंडा और आगरा में आयोजित किया जा रहा है.


चीन की विस्तारवादी नीति से परेशान कई मुल्क


चीन अपनी विस्तारवादी नीति की वजह से अक्सर दूसरे देशों की सीमाएं लांघते रहता है. इसके अलावा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अपनी पैठ को जमाने के लिए चीन दिन-प्रतिदिन अपनी मौजूदगी दर्ज कराता रहता है. भारत ने चीन के इस रवैया पर कई बार कड़ी प्रतिक्रिया दी है, हालांकि फिर भी चीनी इससे बाज नहीं आ रहा है. ऐसे में अमेरिका के साथ होने वाला भारत का यह सैन्य अभ्यास काफी अहम है और चीन के सबसे बड़े प्रतिद्वंदी के साथ भारत की करीबी पर ड्रैगन का ध्यान जरूर जाएगा.


(इनपुट: एजेंसी)


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