इन मुलाक़ातों से सीमा पर तैनात सैनिकों के बीच में संपर्क बढ़ता है जिससे आपसी भरोसे की भावना में बढ़ोत्तरी होती है.
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नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख के चुशूल और दौलत बेग ओल्डी में भारत और चीन की सेना के कमांडरों ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी डे के मौके पर शिष्टाचार के तौर पर बॉर्डर पर्सनल मीटिंग(BPM) की. भारतीय सैनिक दल के नेतृत्व ब्रिगेडियर एच एस गिल और कर्नल एसएस लांबा ने किया. चीनी सैनिक दल का नेतृत्व सीनियर कर्नल काओ गुओ शेंग और कर्नल शॉंग चेन ली ने किया. समारोह में दोनों देशों के राष्ट्रीय ध्वजों को सलामी दी गई और शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया गया.
भारत और चीन के बीच सीमा पर होने वाले तनाव को घटाने और उसे बढ़ने से रोकने के लिए उत्तर में लद्दाख और पूर्व में अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में ऐसी जगहें तय की गई हैं जहां दोनों देशों के सैनिक अधिकारी मिलते हैं. इसके अलावा दोनों देशों राष्ट्रीय त्यौहारों और राष्ट्रीय दिवसों पर भी ऐसी मुलाकातें की जाती हैं.
इन मुलाक़ातों से सीमा पर तैनात सैनिकों के बीच में संपर्क बढ़ता है जिससे आपसी भरोसे की भावना में बढ़ोत्तरी होती है. भारत और चीन के बीच में लगभग 4000 किमी की सीमा है जिसे Line of Actual Control या LAC कहा जाता है. इस सरहद का ज्यादातर हिस्सा विवादित है और ऐसे कई इलाक़े हैं जहां LAC को लेकर दोनों देशों के बीच में गहरे मतभेद हैं.
कई बार दोनों देशों के सैनिक इन जगहों पर आमने-सामने आ जाते हैं और तनाव बढ़ जाता है. कुछ हफ्ते पहले लद्दाख की सीमा पर स्थिति एक गांव में दलाई लामा का जन्मदिन मना रहे गांववालों को चीनी सैनिकों ने भड़काने वाले बैनर दिखाए थे.ऐसी स्थितियों को निचले कमांडरों के स्तर पर सुलझाने में BPM बहुत कारगर होती हैं.
इसके साथ ही दोनों देशों ने सीमा पर तनाव कम करने के लिए कई स्तर के और बंदोबस्त किए हैं . 2017 में भारत और भूटान की सरहद पर डोकलाम में चीनी सैनिकों ने सड़क बनाने की कोशिश की थी जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बहुत बढ़ गया था.
हालांकि बाद में चीनी सैनिकों ने अपने कदम पीछे खींच लिए थे और उसके बाद चीन के वुहान में हुई दोनों देशों की बैठक में शांति की नई पहल शुरू हुई थी . दोनों देशों की सेनाओं के बीच सालाना साझा युद्धाभ्यास HAND IN HAND को भी इस साल दोबारा शुरू करने का फैसला किया गया है जोकि दिसंबर में होगा.