भारत ने भी शांति से रहने के लिए परमाणु शक्ति हासिल की : पीएम मोदी
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भारत ने भी शांति से रहने के लिए परमाणु शक्ति हासिल की : पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवान बुद्ध ने कहा था कि शांति से रहने के लिए आंतरिक शक्ति बहुत जरूरी है और भारत ने भी शांति से रहने के लिए परमाणु शक्ति हासिल की.

प्रधानमंत्री मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम में परमाणु परीक्षण का जिक्र किया

नई दिल्ली : पोरखरण में हुए परमाणु परीक्षण को आज 20 साल पूरे हो गए हैं. खास बात ये हैं कि 20 साल पहले भी परमाणु परीक्षण वाले दिन बुध पूर्णिमा ही थी. हालांकि तारीख के हिसाब से वह दिन 11 मई, 1998 का था, लेकिन हिंदू माह के मुताबित परमाणु शक्ति के ऐतिहासिक दिन को आज 20 साल पूरे हो चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दिन का जिक्र रेडियो पर अपने मासिक कार्यक्रम 'मन की बात' में किया.

  1. 20 साल पहले बुध पूर्णिमा के दिन हुआ था परमाणु परीक्षण
  2. पीएम मोदी ने परमाणु परीक्षण को बताया भारत का कीर्तिमान
  3. अंदरूनी शक्ति या आत्मा की ताकत शांति के लिए जरूरी है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि 20 साल पहले किए गए पोखरण-2 परमाणु परीक्षणों ने दुनियाभर में भारत की परमाणु क्षमता का लोहा मनवाया था. मोदी ने लोगों को बुद्ध पूर्णिमा की बधाई देते हुए याद करते हुए कहा कि यह परीक्षण बुद्ध पूर्णिमा के दिन 11 मई, 1998 को किए गए थे.

पीएम मोदी ने अपने मासिक रेडियो संबोधन 'मन की बात' में देश को संबोधित करते हुए कहा, "11 मई, 1998 को देश के पश्चिमी छोर में राजस्थान के पोखरण में परमाणु परीक्षण किया गया था. पोखरण परीक्षण हुए 20 साल हो गए हैं और यह परीक्षण महात्मा बुद्ध के आर्शीवाद के साथ बुद्ध पूर्णिमा के ही दिन हुआ था. भारत का परमाणु परीक्षण सिर्फ सफल ही नहीं रहा बल्कि इसके जरिए भारत ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपनी ताकत का भी लोहा मनवाया था. हम यह भी कह सकते हैं कि यह तारीख भारत के इतिहास में देश की सैन्य शक्ति के प्रदर्शन के तौर पर दर्ज हो गई है."

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प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवान बुद्ध ने कहा था कि शांति से रहने के लिए आंतरिक शक्ति बहुत जरूरी है और भारत ने भी शांति से रहने के लिए परमाणु शक्ति हासिल की.

उन्होंने कहा, "भगवान बुद्ध ने दुनिया को दिखा दिया कि अंदरूनी शक्ति या आत्मा की ताकत शांति के लिए जरूरी है. इसी तरह यदि आप एक देश के रूप में मजबूत हैं तो आप दूसरे देशों के साथ शांति से रह सकते हैं. मई 1998 का महीना परमाणु परीक्षणों के पहलू से ही देश के लिए महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि जिस तरह से भारत ने ये परीक्षण किए, उस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है."

प्रधानमंत्री ने कहा, "इसने दुनिया को दिखा दिया था कि भारत महान वैज्ञानिकों की भूमि है और मजबूत नेतृत्व से भारत दूरस्थ स्थानों तक पहुंच सकता है और नए कीर्तिमान स्थापित कर सकता है. इसी दिन अटल बिहारी वाजपेयी जी ने 'जय जवान जय किसान, जय विज्ञान' का नारा दिया था."

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