जवानों की शहादत पर फारूक अब्दुल्ला का विवादित बयान, गोलियां दोनों तरफ से चलती हैं
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जवानों की शहादत पर फारूक अब्दुल्ला का विवादित बयान, गोलियां दोनों तरफ से चलती हैं

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला ने बेतुका बयान दिया है. 

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला ने फिर से विवादित बयान दिया है.

नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला ने बेतुका बयान दिया है. पाकिस्तान की ओर से हुई फायरिंग में कैप्टन सहित चार जवानों की शहादत के सवाल पर फारूक ने कहा कि दोनों तरफ से सीजफायर का उल्लंघन हो रहा है. गोलियां दोनों तरफ से चल रही हैं. इसके लिए किसी एक पर दोष मढ़ना गलत बात है. फारूक ने कहा, 'जम्मू कश्मीर में हालात बिगड़ते जा रहे हैं, फिलहाल युद्ध जैसे हालात बन गए हैं. पंचायत चुनाव तक टालने पड़े हैं. युद्ध से कभी कश्मीर में हालात नहीं सुधरेंगे, भारत को चाहिए कि वह पाकिस्तान के साथ बातचीत का सिलसिला शुरू करे.' उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध के बाद तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने पाकिस्तान के परवेज मुर्शरफ को बातचीत के लिए बुलाया था.

फारुख अब्दुल्ला इससे पहले भी विवादित बयान देते रहे हैं. पिछले साल 23 दिसंबर को जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारुक अब्दुल्ला ने कहा था, 'फारुक अब्दुल्ला ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी खुद गए थे पाकिस्तान खाना खाने... तब किसी ने उनके खिलाफ साजिश की? जब उन्होंने खाना खाया.' इसके साथ ही पूर्व सीएम ने यह भी कहा कि पाकिस्तान कोई साजिश नहीं करता है. फारुक ने ये भी कहा था पीओके भारत का हिस्सा कभी नहीं बन सकता. 

अगर आप कश्मीर में दिल जीतना चाहते हैं तो स्वायत्तता बहाल करें
पिछले साल फारुक अब्दुल्ला ने कहा था कि अगर केंद्र कश्मीर के लोगों के दिल जीतना चाहता है तो उसे राज्य की स्वायत्ता बहाल करनी चाहिए.  उन्होंने कहा, ‘‘अगर आज हम विलय और स्वायत्ता की शर्त पर बात करें तो क्या हम पर गद्दार और राष्ट्रविरोधी होने का आरोप लगाया जाना चाहिए? हमारी वफादारी का क्या यही तोहफा है ? हम प्यार से आपके (भारत) साथ आए, लेकिन आपने हमारे प्यार को नहीं समझा और हमारे पास जो था सब ले लिया. फिर आप पूछते हैं, हम आपको क्यों नहीं अपनाते.’’ 

उन्होंने कहा, ‘इसे याद रखें , जम्मू, कश्मीर और लद्दाख आपको तब तक नहीं अपनाएगा जब तक कि आप लोगों के दिल जीतने की कोशिश नहीं करेंगे. और अगर आप हमारा दिल जीतना चाहते हैं तो हमें हमारी स्वायत्तता वापस कीजिए.’ अब्दुल्ला यहां शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में अपनी पार्टी के प्रतिनिधियों के सत्र को संबोधित कर रहे थे.

चार जवान शहीद 
जम्मू एवं कश्मीर के राजौरी और पुंछ जिलों में रविवार को नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तानी गोलीबारी में चार सैनिक शहीद हो गए थे और 3 अन्य लोग घायल हो गए. रक्षा विभाग के एक सूत्र ने कहा, "पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर राजौरी के भिंबर गली सेक्टर में बगैर उकसावे के छोटे हथियारों, स्वचालित हथियारों और मोर्टार से रविवार शाम हमले किए. तीन सैनिक शहीद हो गए और दो अन्य घायल हो गए."

यदि दूसरा बेटा होता तो उसे भी सेना में भेजती : शहीद सैनिक की मां
जम्मू एवं कश्मीर में पाकिस्तान की गोलीबारी में शहीद कैप्टन कपिल कुंडु की मां ने कहा कि बेटे को खोकर वह बहुत दुखी हैं, लेकिन यदि उनका एक और बेटा होता तो उसे भी वह सेना में भेजतीं. सुनीता कुंडु (52) ने कहा कि उनका बेटे हमेशा देश के लिए जीता था और सेना में शामिल होने के बाद वह बहुत खुश था.

सुनीता ने कहा, "शहीदों के बलिदान का बदला लेने के लिए सरकार से पाकिस्तान पर अधिक संख्या में सर्जिकल स्ट्राइक का आग्रह करती हूं. यदि मेरा बेटा 15-20 साल और जीवित होता तो वह राष्ट्र को अपनी और सेवाएं देता."

कुंडु का 10 फरवरी को 23वां जन्म दिन है. वह जम्मू एवं कश्मीर के राजौरी जिले में रविवार की शाम को तीन अन्य सैनिकों के साथ शहीद हो गए. दूसरे सैनिकों में राइफलमैन रामवतार (28), शुभम सिंह (22) व हवलदर रोशन लाल (42) शामिल हैं.

पाकिस्तान सेना ने पांच या छह एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल छोड़ीं, इसमें से एक सैनिकों की तैनाती वाले बंकर पर जा गिरी.

शहीद अधिकारी की बड़ी बहन सोनिया ने कहा, मेरी कपिल कुंडु से रविवार की रात करीब एक बजे बात हुई थी. उन्होंने कहा था कि सब ठीक है और वह इस जन्मदिन पर अपनी मां को अचानक आकर चकित करना चाहते थे.

कुंडु का परिवार हरियाणा के गुरुग्राम से 33 किमी दूर पटौदी के निकट रनिस्का गांव में रहता है.

कुंडु राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के जरिए सेना में शामिल हुए थे.

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