Suchetgarh Border: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित गांवों को बहुत परेशानी उठानी पड़ी थी, जिसमें जम्मू का सुचेतगढ़ बॉर्डर भी शामिल रहा. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि अब सीमा पर कैसे हालात हैं?
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Suchetgarh Border Situation: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया और पाकिस्तान के अलावा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में ऑपरेशन चलाकर 100 से ज्यादा आतंकियों का सफाया कर दिया. इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया और चार दिनों तक बॉर्डर पार ड्रोन और मिसाइल से हमले हो रहे. 10 मई को संघर्ष को खत्म करने के लिए भारत और पाकिस्तान समझौते पर पहुंचे. हालांकि, इस बीच पाकिस्तान ने कई बार जम्मू-कश्मीर में संघर्षविराम का उल्लंघन भी किया. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि अब सीमा पर कैसे हालात हैं?
धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं हालात
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित गांवों को बहुत परेशानी उठानी पड़ी थी, जिसमें जम्मू का सुचेतगढ़ बॉर्डर भी शामिल रहा. अब दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम होने से यहां के हालात सामान्य हो गए हैं. स्थानीय निवासियों ने भारतीय सेना पर पूरा भरोसा जताया और कहा कि अगर पाकिस्तान ने फिर ऐसी हरकत की, तो हमारी आर्मी उसके घर में घुसकर जवाब देगी.
भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित सुचेतगढ़ बॉर्डर पर एक बार फिर से हलचल लौटने की उम्मीद जगी है. कभी यहां वाघा बॉर्डर की तर्ज पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी हुआ करती थी, जो अब बंद है. सीमा पर रेस्टोरेंट चलाने वाले, घोड़ा गाड़ी चालकों और स्थानीय नागरिकों का कहना है कि पर्यटकों की आवाजाही पूरी तरह रुक गई थी, लेकिन अब हालात में सुधार दिखने लगा है.
आमदनी 20-25 हजार से घटकर हुई 2-3 हजार
रेस्टोरेंट मालिक सुनील ने बताया, 'बीते दिनों में सीमा पर भारी गोलाबारी हुई, लेकिन हमारी सेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। हमें अपनी आर्मी पर पूरा भरोसा है. अगर पाकिस्तान दोबारा कोई गलत हरकत करता है, तो हम उसके घर में घुसकर जवाब देंगे. पहले हजारों की संख्या में पर्यटक यहां आते थे और रोजाना 20 से 25 हजार रुपए की आमदनी होती थी, लेकिन अब यह घटकर 2,000-3,000 रुपए तक सिमट गई है. हमें उम्मीद है कि हालात सामान्य होंगे और पर्यटक वापस लौटेंगे.'
लोगों को अब भी पाकिस्तान पर भरोसा नहीं
स्थानीय घोड़ा चालक ने बताया, 'मैं वर्षों से यहां सैलानियों को बॉर्डर तक घुमा रहा हूं. मेरी घोड़ा गाड़ी का नाम 'सोनिया' है, जो पहले पर्यटकों को जीरो लाइन तक लेकर जाती थी. अब हालात धीरे-धीरे सुधर रहे हैं. हमें पूरी उम्मीद है कि एक बार फिर से पर्यटक यहां आएंगे और 'सोनिया' की सैर का आनंद उठाएंगे.' उन्होंने आगे कहा, 'हमारी सेना ने ऑपरेशन सिंदूर को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है, लेकिन पाकिस्तान भरोसे के लायक नहीं है. अगर वह फिर कोई हरकत करता है, तो हमारी सेना मुंहतोड़ जवाब देगी. हमें पूरी आशा है कि बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी की शुरुआत जल्द होगी और एक बार फिर से आरएसपुरा का सुचेतगढ़ इलाका गुलजार नजर आएगा.'
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस)