भारत-रवांडा संबंधों की मजबूती के लिए तीन समझौतों पर हस्ताक्षर
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भारत-रवांडा संबंधों की मजबूती के लिए तीन समझौतों पर हस्ताक्षर

भारत और रवांडा ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। इन समझौतों में किगाली में उद्यमिता विकास केंद्र की स्थापना और मुंबई की सीधी उड़ान की शुरूआत शामिल हैं।

भारत-रवांडा संबंधों की मजबूती के लिए तीन समझौतों पर हस्ताक्षर

किगाली : भारत और रवांडा ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। इन समझौतों में किगाली में उद्यमिता विकास केंद्र की स्थापना और मुंबई की सीधी उड़ान की शुरूआत शामिल हैं।

दोनों पक्षों ने उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और रवांडा के प्रधानमंत्री नासतासे मुरेकेजी की मोजूदगी में कल शाम यहां भारत-रवांडा कारोबार मंच में तीन सहमति पत्रों पर दस्तखत किए। अंसारी रवांडा और युगांडा की पांच दिन की अपनी यात्रा के क्रम में यहां हैं।

पहले समझौते में रवांडा में एक उद्यमिता विकास केंद्र की स्थापना का प्रावधान किया गया है। यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच के रिश्तों को और भी प्रगाढ़ करेगा और इस क्षेत्र में भारत की विशेषज्ञता की साझेदारी करेगा।

विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘केन्द्र का वित्तपोषण भारत करेगा और हम उन्हें मार्गनिर्देश भी देंगे..यह इस पूर्व अफ्रीकी देश के साथ हमारे सहयोग को और भी बढ़ावा देगा।’ दो अन्य सहमति पत्रों में भारत के लिए रवांडा की सरकारी कंपनी ‘रवांडएयर’ की उड़ानों के संचालन का प्रावधान किया गया है। इसमें दोनों देशों के राजनयिक एवं आधिकारिक पासपोर्ट धारक यात्रियों के लिए वीजा कानूनों को आसान बनाने का भी प्रावधान किया गया है।

किगाली से मुंबई के लिए सीधी उड़ान अप्रैल की शुरूआत में यथार्थ में बदलने की उम्मीद है। उप राष्ट्रपति ने युगांडा के भारतीय उच्चायोग की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि जल्द ही ऐसी उड़ानें शुरू हो जाएंगी। हालांकि अधिकारियों ने इस बाबत कोई तारीख नहीं बताई है रवांडा की विमान सेवा ने अपनी वेबसाइट पर कहा है कि यह उड़ानें तीन अप्रैल से शुरू हो जाएंगी और एक हफ्तें में चार उड़ानें होंगी। रवांडा के प्रधानमंत्री अनासतासे मुरेकेजी ने कहा कि ये सहमति पत्र भारत के साथ आर्थिक और कारोबारी रिश्तों को मजबूत करेंगे।

मुरेकेजी ने कहा, ‘हमारे बीच, 54 साल से अच्छे द्विपक्षीय रिश्ते हैं। रवांडा और भारत के बीच अहम संबंध हैं और हम इसे और अधिक मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’ रवांडा और युगांडा के पांच दिवसीय दौरे पर आए अंसारी ने कल एक नवोन्मेष विकास कार्यक्रम का उद्घाटन किया और दोनों देशों के कारोबारी नेताओं एवं विशेषज्ञों को संबोधित किया।

उन्होंने कहा कि रवांडा भारतीय साझेदारों को अफ्रीका के अन्य हिस्सों में उनकी मौजूदगी बढ़ाने के लिए एक ‘अदभुत मंच’ उपलब्ध करवाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि नवोन्मेष आधारित अर्थव्यवस्था के निर्माण के लिए भारत रवांडा में और वृहद अफ्रीकी महाद्वीप में साझेदारों के साथ मिलकर ‘काम करने को तैयार’ है।

अंसारी ने कहा, ‘भारत-रवांडा नवोन्मेष विकास कार्यक्रम विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवोन्मेष में संबंधों को विस्तार देने के लिए शुरू किया जा रहा है। इस पायलट परियोजना के बाद, इस कार्यक्रम को सात देशों में पूर्वी अफ्रीकी समुदाय में लागू किए जाने का प्रस्ताव है। इसे अफ्रीका में सात अन्य आर्थिक क्षेत्रों तक ले जाया जाएगा।’ इस कार्यक्रम के तहत, दो साल की अवधि में 20 भारतीय प्रौद्योगिकी एवं नवोन्मेषों को अंगीकार किया जाना है।

अंसारी ने कहा, ‘इस कार्यक्रम का उद्देश्य एक ऐसा तंत्र बनाना है, जहां भारतीय नवोन्मेष और प्रौद्योगिकी उद्यम विकसित होंगे और दोनों ही तरफ के कारोबारों को बढ़ावा मिलेगा।’ उपराष्ट्रपति ने कहा कि रवांडा के व्यापार एवं उद्योगों के नेतृत्वकर्ताओं को भारतीय उद्योग समुदाय और नवोन्मेषकों के साथ खड़े हुए देखना रोमांचकारी है।

उन्होंने कहा, ‘यह रवांडा और भारत के आर्थिक और व्यवसायिक संबंधों के भविष्य की जानकारी देता है।’ प्रधानमंत्री मुरकेजी रवांडा विकास बोर्ड, रवांडा निजी क्षेत्र संघ और भारतीय उद्योग एवं वाणिज्य महासंघ (फिक्की) द्वारा आयोजित समारोह में मौजूद थे।

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