India Speech At UN: हाल ही में संयुक्त राष्ट्र की एक महासभा में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत पी हरीश ने जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान को जमकर फटकार लगाई है. उनके इस भाषण की तारीफ की जा रही है.
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India Speech At UN: पाकिस्तान ने हाल ही में अपने मुल्क पर हुए ट्रेन हाइजैकिंग का आरोप भारत के सिर लगा दिया था. इसको लेकर उसे भारत की तरफ से मुंह की खानी पड़ी थी. पाकिस्तान ने कहा था कि जाफर एक्सप्रेस में हुए हादसे के पीछे भारत का हाथ था, जिसको लेकर विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पाक को फटकार लगाते हुए कहा था कि वह अपनी आंतरिक समस्याओं और विफलताओं को दूसरे के सिर मढ़ने के बदले अपने अंदर झांकें. वहीं अब संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी पाकिस्तान को भारत की ओर से जमकर फटकार लगी है.
जम्मू-कश्मीर पर सुनाया
दरअसल शुक्रवार 14 मार्च 2025 को संयुक्त राष्ट्र ( UN) में 'इंटरनेशनल डे टू कॉम्बैट इस्लामोफोबिया' पर एक अनौपचारिक महासभा का आयोजन हुआ था, जिसमें पूर्व पाकिस्तानी विदेश सचिव तहमीना जंजुआ ने जम्मू-कश्मीर का उल्लेख किया था. इसको लेकर भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत पी हरीश ने फटकार लगाते हुए पाकिस्तान की आलोचना की और कहा,' जैसा कि उनकी आदत है, पाकिस्तान के पूर्व विदेश सचिव ने आज केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर का अनुचित संदर्भ दिया है.'
#WATCH | Permanent Representative of India to the United Nations, New York, Parvathaneni Harish, says, "As it is their habit, the former Foreign Secretary of Pakistan today has made an unjustified reference to the Indian Union territory of Jammu and Kashmir. Frequent references… https://t.co/ecbCQhPH0E pic.twitter.com/ZGVHe3LhAD
— ANI (@ANI) March 15, 2025
भारत का अभिन्न अंग है जम्मू-कश्मीर
पी हरीश ने आगे कहा,' बार-बार संदर्भ देने से न तो उनके दावे को वैधता मिलेगी और न ही सीमा पार आतंकवाद के उनके अभ्यास को उचित ठहराया जा सकेगा. इस देश की कट्टरपंथी मानसिकता और कट्टरता का इतिहास जगजाहिर है. इस तरह के प्रयासों से यह वास्तविकता नहीं बदलेगी कि जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है और हमेशा रहेगा.'
भाषण की सराहना
भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत पी हरीश के इस मजबूत भाषण की UN में भारत के स्थायी मिशन ने खूब सराहना की. स्थायी मिशन ने बयान जारी करते हुए कहा,' हरीश ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत विविधता और बहुलवाद की जमीन है. भारत 200 मिलियन से ज्यादा मुस्लिम आबादी के साथ विश्व में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले देशों में से एक है. यह मुसलमानों के खिलाफ धार्मिक असहिष्णुता की घटनाओं की निंदा करने में संयुक्त राष्ट्र के साथ एकजुट है.'