नई दिल्ली: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने परमाणु क्षमता से लैस अगली पीढ़ी की मिसाइल अग्नि-पी (Agni-P Missile) का सफल परीक्षण किया है. डीआरडीओ ने अग्नि मिसाइल का सफल परीक्षम ओडिशा के बालासोर में डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप में सुबह 10 बजकर 55 मिनट पर किया.


मिलाइल 2000KM तक हमला करने में सक्षम


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अग्नि-पी मिसाइल (Agni-P Missile) एक बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसकी मारक क्षमता 1000 किमी से 2000 किलोमीटर है. यह सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल है, जो लगभग 1000 किलोग्राम का पेलोड या परमाणु शस्त्र ले जा सकती है. डबल स्टेड वाली मिसाइल 'अग्नि-1' की तुलना में हल्की और अधिक पतली होगी.


मोबाइल लॉन्चर से भी कर सकेंगे फायर


अग्नि प्राइम मिसाइल दो स्टेज और सॉलिड फ्यूल पर आधारित है और इसे एडवांस रिंग-लेजर गायरोस्कोप पर आधारित जड़त्वीय नेविगेशन सिस्टम द्वारा निर्देशित किया जाएगा. रक्षा विभाग से जुड़े सूत्रों के अनुसार, डबल स्टेज वाले अग्नि प्राइम फ्लैक्सिबिलिटी के साथ सड़क और मोबाइल लॉन्चर दोनों से फायर किया जा सकता है.


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साल 1989 में पहली बार हुआ था अग्नि मिसाइल का परीक्षण


भारत ने पहली बार साल 1989 में मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि 1 का परीक्षण किया था. सूत्रों के अनुसार अब अग्नि-पी मिसाइल (Agni-P Missile) अग्नि 1 की जगह लेगा. अब तक अग्नि सीरीज की पांच मिसाइलों का सफलतापूर्वक विकास और परीक्षण किया जा चुका है.


अग्नि-4 और अग्नि-5 की तकनीक का किया गया इस्तेमाल


अत्याधुनिक अग्नि प्राइम मिसाइल (Agni Prime Missile) को 4000 किलोमीटर की रेंज वाली अग्नि 4 (Agni-4) और 5000 किलोमीटर की रेंज वाली अग्नि 5 मिसाइल (Agni-5 Missile) में इस्तेमाल होने वाली अत्याधुनिक तकनीकों को मिलाकर बनाया गया है.


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