Rudrastra Drone: भारत ने हाल ही में एक और खतरनाक ड्रोन की कामयाबी के साथ टेस्टिंग कर ली है. भारत की यह कामयाबी पड़ोसी देश जैसे- चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश के लिए और मुसीबत बनेगा.
Trending Photos
भारत लगातार अपनी रक्षा संयंत्रों में इजाफा कर रहा है. हाल ही में एक भारत ने एक ऐसा खेला खेल दिया है, जिससे ना सिर्फ बांग्लादेश, पाकिस्तान की मुसीबत बढ़ेगी बल्कि चीन के लिए आफत आएगी. क्योंकि भारतीय फौज ने अपने ही देश में बने घातक ड्रोन 'रुद्रास्त्र' का सफल परीक्षण किया है. यह परीक्षण राजस्थान के पोखरण फायरिंग रेज में किया गया है. भारत का यह ड्रोन सीधे उड़ान भरने और लैंड करने में दुश्मनों के ठिकानों को तबाह करने के मकसद से बनाया है.
‘रुद्रास्त्र’ ड्रोन की खासियतों की बात करें तो यह 50 किलोमीटर से भी ज्यादा दूर तर जाकर दुश्मन को ठिकानों को बहुत ही आसानी से तबाह कर देगा. सेना ऐसे ड्रोन बड़ी तादाद में खरीदना चाहती है क्योंकि ये न सिर्फ दुश्मन की बंदूकों और फायरिंग पोजिशनों पर हमला कर सकते हैं, बल्कि दुश्मन की सरहद में घुसकर भी टारगेट को खत्म कर सकते हैं.
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस ड्रोन को Solar Aerospace and Defense Limited (SDAL) ने तैयार किया है. टेस्टिंग के दौरान इस ड्रोन ने कुल 170 किलोमीटर की दूसरी तय की, इसके अलावा तय किए गए टारगेट के ऊपर लगभग डेढ़ घंटे तक हवा में मंडराया और फिर एक गोला गिया, जो जमीन से थोड़ी ऊपर फट गया. इस गोले से हुए धमाके ने टार्गेट को खत्म कर दिया. ‘रुद्रास्त्र’ ड्रोन में सटीक निशाना लगाने वाले हथियार लगे हैं. ये दुश्मन के सैनिकों को मार सकते हैं, लाइव वीडियो भेज सकते हैं और हमला करने के बाद अपने लॉन्चिंग पॉइंट पर खुद लौट सकते हैं.
भारतीय फौज अब युद्ध की चुनौतियों से निपटने के लिए अपने ही देश में बने हथियारों पर निर्भरता बढ़ा रही है. इसकी ताजा मिसाल ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी देखने को मिली. पाकिस्तान के खिलाफ लॉन्च हुए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने स्वदेशी 'आकाश' मिसाइल सिस्टम की मदद से पाकिस्तान के बहुत से ड्रोंस को तबाह किया है.
बताया जा रहा है कि अब खास तौर पर बिना पायलट वाले सिस्टम्स को अहमियत दी जा रही है. भारतीय फौज ऐसे ड्रोन चाहती है जो 50 से 100 किलोमीटर तक दुश्मन के इलाके में घुसकर सटीक हमला कर सकें. इनका इस्तेमाल आतंकियों के ठिकानों पर हमला करने और घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करने में भी किया जाएगा.