नई दिल्ली: भारत दो दिन बाद (27 जुलाई) बांग्लादेश (Bangladesh) को 10 ब्रॉड-गेज डीजल इंजन सौंपने जा रहा है. अपने पड़ोसी देश से बेहतर रिश्तों को नए मुकाम तक ले जाने में भारतीय रेल अहम भूमिका निभा रही है. रेलवे के मुताबिक, इस फैसले से पड़ोसी देश के साथ आंतरिक और अंतर्देशीय आवागमन सुलभ होगा. बता दें कि बांग्लादेश को ये इंजन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सौंपे जाएंगे. 


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भारतीय रेलवे की ओर से जारी बयान में कहा गया कि हैंडओवर सेरिमनी के दौरान उपस्थित रहने वाले गणमान्य लोगों में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों, रेल मंत्रियों तथा उच्चायुक्तों के अलावा रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीमा के दोनों ओर के स्थानीय स्टेशनों के अन्य अधिकारी शामिल होंगे. भौतिक रूप से इंजनों का आदान-प्रदान पश्चिम बंगाल (West Bengal) के नादिया जिले में पूर्वी रेलवे के गेडे स्टेशन (Gede Railway Station) और बांग्लादेश की तरफ दर्शना स्टेशन (Darshana Railway Station) पर होगा.


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बताते चलें कि बांग्लादेश ने इन इंजनों की खरीद के लिए पिछले साल अप्रैल में भारत को एक प्रस्ताव भेजा था. बांग्लादेश को दिए जा रहे 3300 हॉर्सपावर वाले डब्लूडीएम 3 डी लोको इंजनों की उम्र 28 साल या उससे अधिक है. इन्हें 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति के लिए डिजाइन किया गया है. ये माल ढुलाई के साथ-साथ यात्री गाड़ियों के लिए उपयुक्त हैं और इनमें माइक्रोप्रोसेसर आधारित नियंत्रण प्रणाली है.


भारतीय रेलवे के मुताबिक उसने बांग्लादेश रेलवे की जरूरत को समझते हुए इन इंजन को तैयार किया है और बांग्लादेश रेलवे हमारा वो साझेदार है जिसके साथ अब हम सप्लाई , मेंटिनेंस और अन्य महत्वपूर्ण काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इन लोको इंजन के जरिए बांग्लादेश के रेलवे संचालन में आसानी होगी, वहीं भविष्य में दोनो देशों के रेल विभाग के बीच साझेदारी बढ़ेगी.


(इनपुट- भाष)


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