India vs Pakistan Trade: पाकिस्तान के हर उस हथकंडे को भारत इस बार नाकाम कर रहा है, जिसके जरिये वो फंड जुटाता है और फिर आतंकवादियों को फंडिंग करता है. पाकिस्तान को भारत में अब तीसरे मुल्क के रास्ते भी एंट्री नहीं मिलेगी.
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India Pakista News In Hindi: भारत ने पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकवादियों की कमर तो तोड़ ही रहा है, लेकिन अब उसकी अर्थव्यवस्था की रीढ़ पर प्रहार करेगा ताकि वो आतंकी फंडिंग से बाज आ सके. भारत ने पाकिस्तान से व्यापार पूरी तरह से तो बंद कर दिया है, साथ ही अब किसी तीसरे मुल्क से उसका सामान भारत आने की संभावना भी खत्म करेगा, खासकर खाड़ी देशों से, जहां से पहले भी ऐसी नापाक कोशिशें होती रही हैं. पाकिस्तान खाड़ी देशों के रास्ते खजूर और अन्य सामान भारत भेजने की कोशिश करता रहा है. भारत ने इसको लेकर यूएई से आपत्ति भी जताई है और इसे भारत-यूएई व्यापक आर्थिक साझेदारी के खिलाफ बताया है.
खाड़ी देशों से कारोबार पर निगाह
जानकारी के मुताबिक, दूसरे देशों से आयातित सामानों और उसके मूल देश के लेबल पर भारतीय एजेंसियां कड़ी निगाह रखेंगी. भारत ईरान, यूएई और अन्य खाड़ी देशों से आ रहे उत्पादों और जहाजों की आवाजाही पर नजर रख रहा है, ताकि पिछले दरवाजे से भी पाकिस्तान के उत्पाद भारत में न आ सकें.
सूखे खजूरऔर चमड़े-कपड़े पर लेबलिंग
एक अनुमान के मुताबिक, पाकिस्तान करीब 50 करोड़ डॉलर यानी 4300 करोड़ रुपये का सामान तीसरे देशों (यूएई, ईरान, श्रीलंका, सिंगापुर और इंडोनेशिया) के जरिये भारत भेजता है. खासकर पाकिस्तान के सूखे खजूर, चमड़े और कपड़ों पर यूएई में लेबलिंग कर भारत भेजे जाते रहे हैं. पाकिस्तान हर साल 5 लाख मीट्रिक टन खजूर उत्पादन करता है और इसका निर्यात करने वाले ये टॉप मुल्कों में है. उसकी रबाई, मुजाफती, बसरा और जाहिदी खजूर की मांग रहती है.
कारोबारी रिश्ते पहले ही तोड़े
भारत आतंकियों के नेटवर्क पर सीधा हमला करने के बाद पाकिस्तान को सिंधु जल संधि के जरिये मिल रहे पानी पर भी शिकंजा कस चुका है. उसने पाकिस्तान से सारे कारोबारी रिश्ते तोड़ने के साथ किसी तीसरे मुल्क के जरिये उसके उत्पादों की भारत में एंट्री की संभावना भी खत्म कर रहा है. सऊदी अरब, यूएई और अन्य खाड़ी देशों से पाकिस्तान का भी काफी कारोबार है और भारत का भी. लिहाजा भारतीय एजेंसियां देखेगा कि कहीं पाकिस्तान अपने प्रोडक्ट इन खाड़ी देशों मे डंप करके फिर उन्हें भारत तो नहीं भेज रहा. जैसा कि पिछली बार उसने खजूर के मामले में किया था. एजेंसियां किसी सामान के मूल देश की पहचान कर उस पर सीमा शुल्क जैसी चीजें निर्धारित करती हैं.
राजस्व की एजेंसियां भी जुटीं
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त मंत्रालय के अधीन तस्करी रोकने वाली एंटी स्मगलिंग एजेंसी और राजस्व खुफिया विभाग ऐसे सामानों की पहचान में जुटा है, जो पाकिस्तान के रास्ते भारत भेजे जा सकते हैं. सीमा शुल्क विभाग ने पाकिस्तान में बने, पाकिस्तान से आयातित या किसी तीसरे देश के जरिये भारत में पाकिस्तानी उत्पादों की आवाजाही रोकने के लिए दो मई को एक नोटिफिकेशन जारी किया था. हालांकि वाणिज्य विभाग इस तारीख के पहले के पाकिस्तानी उत्पादों को भी रोकने की तैयारी में है.