Ladakh News: वीडियो में नजर आ रहा है कि सेना के जवान सिंधु नदी में लोहे के भारी हिस्से डाल रहे हैं और अंत में नदी पर एक पुल नजर आता है. वीडियो में सेना का टीमवर्क भी साफ झलक रहा है और पुल बनने के बाद भारी ट्रक उससे गुजरते भी दिखाई दे रहे हैं.
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Indian Army Motivational Videos: भारतीय सुरक्षाबलों ने एक बार फिर अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है. एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें भारतीय सेना का इंजीनियरिंग में कमाल साफ दिखाई दे रहा है. भारतीय सेना के जवान सिंधु नदी पर पुल बनाते दिखाई दे रहे हैं. इस वीडियो को भारतीय सेना के साउथ वेस्टर्न कमांड ने शेयर किया है. पूर्वी लद्दाख में सप्त शक्ति इंजीनियर्स ने यह कारनामा कर दिखाया है.
पुलों के निर्माण में गतिशीलता कार्य और प्रशिक्षण शामिल है. सेना की साउथ वेस्टर्न कमांड ने ट्वीट में लिखा, 'चुनौतियों को पाटना, न कोई भूभाग और न ही दुर्गम ऊंचाई'. पूर्वी लद्दाख में सप्त शक्ति इंजीनियर्स ने प्रशिक्षण और गतिशीलता कार्यों का कारनामा दिखाया. सिंधु नदी पर पुल बनने से न सिर्फ जंग बल्कि रसद की आपूर्ति भी बढ़ेगी.
वीडियो में नजर आ रहा है कि सेना के जवान सिंधु नदी में लोहे के भारी हिस्से डाल रहे हैं और अंत में नदी पर एक पुल नजर आता है. वीडियो में सेना का टीमवर्क भी साफ झलक रहा है और पुल बनने के बाद भारी ट्रक उससे गुजरते भी दिखाई दे रहे हैं.
'Bridging Challenges - No Terrain nor Altitude Insurmoutable’#SaptaShaktiEngineers in #EasternLadakh carrying out mobility tasks and training. Bridging the mighty #Indus River, enabling movement of both combat and logistic echelons.#SarvadaAgraniBde#IndianArmy@adgpi pic.twitter.com/7JxiNmhVlm
— SouthWesternCommand_IA (@SWComd_IA) September 11, 2022
बता दें कि लद्दाख के दो दिवसीय दौरे पर गए आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे ने अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर में उड़ान भरी. वायुसेना के अधिकारियों ने कहा कि लद्दाख एयरबेस की ओर से कल और आज एक उड़ान की दरख्वास्त आई थी. आर्मी चीफ ने एरिया के ऊपर हेलिकॉप्टर से उड़ान भरी. उन्होंने कहा, जनरल मनोज पांडे अटैक हेलिकॉप्टर की विशेषताओं के बारे में जानते थे और उनको इसकी खासियत और रोल के बारे में भी बताया गया.
भारत और चीन की सेना ने गुरुवार को घोषणा की थी कि उन्होंने पूर्वी लद्दाख के गोगरा-हॉटस्प्रिंग क्षेत्र में पेट्रोलिंग प्वाइंट 15 से पीछे हटना शुरू कर दिया है, जो क्षेत्र में संघर्ष वाले बिंदुओं से सैनिकों के पीछे हटने की रुकी हुई प्रक्रिया की दिशा में हुई काफी अहम प्रगति को दर्शाता है. इस इलाके में दो साल से अधिक समय से दोनों पक्षों के बीच गतिरोध बना हुआ था.
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