Coronavirus पर Indian Army ने पाई सफलता, सैनिकों में नहीं के बराबर है कोरोना संक्रमण, जानिए कैसे रोकी ये महामारी
क्या सेना (Indian Army) ने अपनी अचूक रणनीति से कोरोना महामारी पर विजय हासिल कर ली है. सेना में कोरोना के आंकड़े तो कम से कम यही कहानी बयान कर रहे हैं.
नई दिल्ली: कोरोना (Corona) काल में भारतीय वायुसेना जहां एक ओर ऑक्सीजन एयरलिफ्ट करने में देशवासियों की मदद कर रही है. वहीं भारतीय सेना (Indian Army) ने भी इसी कोरोना काल में देश के सामने एक नई मिसाल पेश की है.
सेना में ना के बराबर संक्रमण दर!
ये तो आप जानते हैं कि देश भर में कोरोना (Corona) संक्रमण के रोजाना 3 से 3.25 लाख मामले सामने आ रहे हैं लेकिन सेना में ये संख्या 50 से 60 के बीच भी नहीं है. सेना (Indian Army) में जो नए केस आ भी रहे हैं, वे ऐसे सैन्यकर्मी हैं, जो अपने परिवार के साथ बाहर रहने के कारण संक्रमित हो रहे हैं. वहीं 400 सैन्य कर्मी इस समय होम आइसोलेशन में हैं, जिनकी तेजी से रिकवरी हो रही है.
मार्च में शुरू हुआ था टीकाकरण
सेना (Indian Army) ने देशभर की सैन्य यूनिट में मार्च से टीकाकरण अभियान शुरू किया था और 20 अप्रैल तक आते-आते करीब 14 लाख फौजियों में से 99% को वैक्सीन दी जा चुकी है. बड़ी बात ये है कि इनमें से 82% यानी करीब 11.5 लाख सैन्यकर्मियों को कोरोना का दूसरा टीका भी लगाया जा चुका है. सेना ने 22 अप्रैल से दिल्ली के बेस हॉस्पिटल को कोविड केयर सेंटर में बदल दिया गया है. यहां ऑक्सीजन सुविधा के सभी 258 बिस्तरों पर मरीज दाखिल भी कर लिए गए हैं. वहीं, सेना ने दिल्ली में एक हजार बिस्तरों वाला अपना अस्पताल भी आम जनता के लिए खोल दिया है.
ये भी पढ़ें- पूर्व सैनिकों को Coronavirus के कहर से बचाने के लिए Army ने कसी कमर, इस तरह मिलेगी मदद
ऐसे समझें सेना की सफलता
- देश में रोज़ाना केस- 3 से 3.25 लाख
- सेना में संख्या 50 से 60 के बीच भी नहीं
- होम आइसोलेशन में 400 सैन्य कर्मी
- सैनिकों की रिकवरी भी तेज़ हो रही है
- देशभर की सैन्य यूनिट में मार्च से टीकाकरण
- 20 अप्रैल तक 99% सैनिकों का वैक्सीनेशन
- 11.5 लाख सैन्यकर्मियों को दूसरा टीका लगा
- कोविड केयर सेंटर में तब्दील दिल्ली बेस अस्पताल
- आर्मी के अस्पताल में ऑक्सीजन बेड की सुविधा
- 258 Oxygenate बेड पर मरीज़ भी भर्ती हैं
- दिल्ली में 1000 बेड वाला अस्पताल जनता के लिए खोला
LIVE TV