India Pakistan News: पाकिस्तान से लगती लाइन ऑफ कंट्रोल और इंटरनेशनल बॉर्डर की सुरक्षा के लिए भारतीय सेना ने अलग अलग किस्म के टैंक्स तैनात किए हैं. लेकिन इंडियन आर्मी की आर्मर्ड कोर का सबसे शक्तिशाली टैंक है T-92 जिसे भीष्म भी कहा जाता है.
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डीएनए के इस सेगमेंट में ऑपरेशन सिंदूर के सुपरहीरो के पराक्रम की नई कहानियां पढ़ाएंगे. क्योंकि हमारे लिए देश की सेना से बड़ा कोई नहीं. हमारे देश के सैनिक और सैन्य अधिकारी ही सुपरहीरो हैं. ऐसे में अब आपको ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी पोस्ट के परखच्चे उड़ाने वाले टैंक के हवाले से अपनी ये वर्ल्ड EXCLUSIVE रिपोर्ट पढ़ाएंगे कि कैसे ऑपरेशन सिंदूर में देश के रणबांकुरों ने पाकिस्तान की हर साजिश का मुंहतोड़ जवाब दिया था.
ज़ी न्यूज इन्हीं शूरवीरों के बीच पहुंचा और अपने दर्शकों और पाठकों को LoC पर तैनात भारतीय जवानों के शौर्य का एक और गौरवपूर्ण चैप्टर दिखाया और पढ़ाया. क्योंकि भारतीय सेना की आर्मर्ड कोर की पावर ने पाकिस्तानी फौज की फॉरवर्ड चौकियों को दहला दिया था. अब आपको कहानी बताते हैं उन शूरवीरों के हथियारों की जिनके पराक्रम ने पाकिस्तानी फौजियों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया था.
पाकिस्तानी फौज के दर्जनों बंकर तबाह किए
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय टैंक्स ने LoC पर 1 किलोमीटर के फासले तक पाकिस्तानी फौज के 12 बंकरों को तबाह कर दिया था. पाकिस्तान से लगती लाइन ऑफ कंट्रोल और इंटरनेशनल बॉर्डर की सुरक्षा के लिए भारतीय सेना ने अलग अलग किस्म के टैंक्स तैनात किए हैं. लेकिन इंडियन आर्मी की आर्मर्ड कोर का सबसे शक्तिशाली टैंक है T-92 जिसे भीष्म भी कहा जाता है.
भीष्म की ताकत
भीष्म टैंक की सबसे बड़ी ताकत है इसका फायरिंग रेंज और फायरिंग स्ट्राइक. इस टैंक से एक मिनट के अदंर 6 से लेकर 8 गोले दागे जा सकते हैं. टैंक पर तीन किस्म के अटैक सिस्टम लगे हैं. जिसमें पहली है 125 मिलीमीटर की स्मूथबोर गन. दूसरी है 12.7 मिलीमीटर की हेवी मशीनगन इसके साथ इस टैंक पर 12.7 मिलीमीटर की एंटी एयरक्राफ्ट गन भी लगी है. जिससे दुश्मन के ड्रोन या हेलीकॉप्टर को हिट किया जा सकता है. T-90 भीष्म की ऑपरेशन रेंज यानी मारक क्षमता 500 किलोमीटर है. जबकि इसकी रफ्तार 60 किलोमीटर प्रति घंटा तक जा सकती है.
#DNAWithRahulSinha | LoC के नजदीक पहुंचा Zee News रिपोर्टर, PAK के बंकर उड़ाने वाले टैंक से रिपोर्ट
ऑपरेशन सिंदूर के सुपरहीरो EXCLUSIVE#OperationSindoor #IndianArmy #IndiaPakistanNews @RahulSinhaTV @patrakar_mitr pic.twitter.com/MBcA8YTEow
— Zee News (@ZeeNews) May 19, 2025
L-70 एंटी एयरक्राफ्ट गन
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने अटैक के साथ ही साथ अपनी डिफेंसिव क्षमताओं का भी दमखम दिखाया. S-400 से लेकर आकाशतीर जैसे एयर डिफेंस वेपंस ने बड़े टारगेट्स को हिट किया तो छोटे सुसाइड ड्रोंस को नाकाम किया L-70 एंटी एयरक्राफ्ट गन ने. जिन L-70 एंटी एयरक्राफ्ट गन के साथ पाकिस्तानी ड्रोन हवा में मार गिराए गए. उस गन के साथ ZEE NEWS की ये EXCLUSIVE रिपोर्ट आपको जरूर पढ़नी चाहिए.
L-70 एंटी एयरक्राफ्ट गन वो एयर डिफेंस वेपन है. जो सालों से भारतीय सेना में तैनात है. कई मौकों पर इस एयर डिफेंस सिस्टम ने अपनी काबलियत को जाहिर किया है. जब पाकिस्तान की तरफ से सैकड़ों ड्रोन छोड़े गए तब इसी L-70 गन ने ड्रोंस को हवा में तबाह कर दिया था.
L-70 गन में 40 मिलीमीटर के शेल का इस्तेमाल किया जाता है. एक मिनट के अंदर ये गन 250 से लेकर 300 शेल फायर कर सकती है. लेकिन इसकी सबसे बड़ी खासियत है रेंज. एक L-70 गन की रेंज 4 किलोमीटर तक होती है. यानी ये काफी दूर अपने टारगेट को निशाना बना सकती है. भारत ने इस एयर डिफेंस गन में काफी बदलाव किए हैं. अब इस गन को चलाने के लिए सिर्फ 2 लोगों की जरूरत पड़ती है.
पाकिस्तान को मिला मुंहतोड़ जवाब
सात मई को पाकिस्तान ने भारतीय सीमा में ड्रोन अटैक की कोशिश की थी. लेकिन पाकिस्तानी दुस्साहस का भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया. ऑपरेशन सिंदूर की स्ट्राइक में एक तरफ ब्रह्मोस और स्कैल्प मिसाइलों ने आतंकी ठिकानों को बर्बाद कर दिया, वहीं दूसरी तरफ फॉरवर्ड पोस्ट पर मौजूद मीडियम रेंज आर्टिलरी गन ने पाकिस्तानी चौकियों को मिट्टी मे मिला दिया. ज़ी न्यूज़ अखनूर के उस स्ट्रैटेजिक लोकेशन पर उन्हीं शूरवीरों के बीच पहुंचा जहां मीडिया रेंज आर्टिलरी गन से भारतीय जवानों ने पाकिस्तानी सेना को कभी न भूलने वाले जख्म दिए.