आपके हर सवाल का जवाब देने वाली 'एलेक्सा' के पीछे है इस भारतीय का दिमाग, इस फिल्म से ली प्रेरणा
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आपके हर सवाल का जवाब देने वाली 'एलेक्सा' के पीछे है इस भारतीय का दिमाग, इस फिल्म से ली प्रेरणा

ये शख्स हैं रांची, झारखंड के रहने वाले इंजीनियर रोहित प्रसाद. उनका परिवार अब भी रांची में ही रहता है.

रोहित एक से डेढ़ साल में एक बार रांची जरूर आते हैं.

नई दिल्ली : एमेजॉन द्वारा मार्केट में लाए गए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस एलेक्सा को हाल में एक शानदार इनवेंशन माना जा रहा है. ये डिवाइस आपके हर सवाल का जवाब देती है. अगर आपको गाने सुनने हैं तो एलेक्सा आपको गाने सुनाती है. जनरल नॉलेज से संबंधित किसी सवाल हो या न्यूज की बात हो, एलेक्सा के पास हर सवाल का जवाब होता है. अगर आप उससे पूछेंगे कि एलेक्सा आपको किसने बनाया. तो उसका जवाब होगा मुझे एमेजॉन ने बनाया. लेकिन वह उस शख्स का नाम नहीं बताएगी, जिसने वाकई में उसकी रचना की है. ये शख्स हैं हिंदुस्तान के रहने वाले इंजीनियर रोहित प्रसाद. रोहित झारखंड में रांची के रहने वाले हैं.

  1. शुरुआती पढ़ाई और इंजीनियरिंग रांची से पूरी की
  2. रोहित के पिता और दादा भी इंजीनियरिंग से जुड़े थे
  3. रोहित का परिवार अब भी रांची में ही रहता है

रोहित प्रसाद और अपनी सहयोगी टोनी रेड के साथ रीकोड की 100 लोगों की लिस्ट में 15वें नंबर पर हैं. इस लिस्ट में टेक, बिजनेस और मीडिया से जुड़ी 100 हस्तियां शामिल हैं. जेफ बेजोज, सुसान फॉलर, मार्क जकरबर्ग, टिम कुक, सुंदर पिचाई, एलन मस्क और सत्या नडेला उनसे पहले 14 लोगों में शामिल हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, रिकोड के अनुसार, प्रसाद और रेड ने आज एलेक्सा को घर घर की पहचान बना दिया है.

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फास्ट कंपनी के द्वारा बिजनेस के क्षेत्र में 100 सबसे क्रिएटिव लोगों की लिस्ट में रोहित प्रसाद 9वें नंबर पर हैं. उनके सहयोगी टोनी रेड 10वें नंबर पर हैं. रोहित प्रसाद का परिवार अब भी रांची में ही रहता है. खुद रोहित एक से डेढ़ साल में एक बार रांची जरूर आते हैं. पिछले हफ्ते वह ऐसी ही विजिट पर रांची आए थे. इसी दौरान उन्होंने बातचीत में बताया, मेरे पिता मेकोन के लिए काम करते थे. मेरे दादाजी एचईसी (हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन) के लिए काम कर चुके हैं. इस तरह इस फील्ड में मैं अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी हूं. इसलिए इंजीनियरिंग से में काफी हद तक परिचित था.

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प्रसाद ने रांची के डीएवी हाईस्कूल से शुरुआती पढ़ाई की. इंजीनियरिंग के लिए उनके पास कई ऑफर थे. इनमें आईआईटी रुड़की का ऑफर भी शामिल था. लेकिन उन्होंने इंजीनियरिंग के लिए रांची में बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी को चुना. उनका कहना है कि ऐसा उन्होंने अपने घर के नजदीक रहने के लिए किया. 1997 में इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए रोहित अमेरिका चले गए. 14 साल तक वह वहां पर बीबीएन टेक्नोलॉजी में काम करते रहे. बीबीएन ARPANET की फाउंडिंग वेबसाइट है. 2013 में वह एमेजॉन से जुड़े.

यहां उन्हें अपने कस्टमर की रुचियों के बारे में ही जानना था, कि वह कंपनी से क्या चाहते हैं. किस तरह कस्टमर एमेजॉन से जुड़ सकें. दो साल पहले उन्होंने इसे रिडिजाइन किया. वह कहते हैं इसकी शुरुआत की यात्रा काफी रोमांचकारी थी. रोहित के अनुसार, हॉलीवुड फिल्म स्टार ट्रेक से उन्हें प्रेरणा मिली, जहां हर चीज वॉइस कमांड से चलती है.

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