भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत ने ब्रिटेन से नीरव मोदी के प्रत्यर्पण को लेकर बात की है, लेकिन अब-तक कोई जवाब नहीं मिली है.
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नई दिल्ली: पीएनबी घोटाला मामले में आरोपी भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी को लंदन में देखा गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है. शनिवार (09 मार्च) को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हां... हमें पता है नीरव मोदी लंदन में है, इसलिए हमने ब्रिटेन से नीरव मोदी का प्रत्यर्पण की मांग की है. उन्होंने कहा कि भारत को अब तक प्रत्यर्पण को लेकर ब्रिटेन से कोई जवाब नहीं मिला है.
पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान और गुलाम कश्मीर में की गई, एयर स्ट्राइक पर लगातार पाकिस्तान के झूठ बोलने को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने एक प्रेस कांफ्रेंस की थी. इसी प्रेस कांफ्रेंस में एक पत्रकार ने भगोड़े नीरव मोदी को लेकर सवाल किए थे.
#WATCH Ministry of External Affairs (MEA) Spokesperson, Raveesh Kumar responds to ANI's questions on Pakistan PM Imran Khan's latest statement and on Nirav Modi's extradition. pic.twitter.com/Omao4MIXDt
— ANI (@ANI) March 9, 2019
आपको बता दें कि ब्रिटेन की एक रिपोर्ट में ये बात दावे साथ कही जा रही है कि नीरव मोदी अब लंदन के ही एक इलाके में हीरा का कारोबार चला रहा है. यूके के एक अखबार 'टेलीग्राफ' ने एक वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में बताया गया कि 48 वर्षीय नीरव मोदी लंदन की सड़कों पर लुक बदलकर घूम रहा है. भारत की पहल पर इंटरपोल ने नीरव के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया हुआ है. यही नहीं, इस वीडियो में नीरव मोदी द्वारा लंदन में हीरा कारोबार चालू करने की भी बात भी कही गई है.
इस वीडियो में नीरव मोदी का लुक चेंज नजर आ रहा है. आपको बता दें कि कि नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक के 13 हजार करोड़ रुपये के घोटाले में मुख्य अभियुक्त हैं और फरार चल रहा है. भारतीय जांच एजेंसियों ने नीरव मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया हुआ है.
प्रवर्तन निदेशालय ने 15 फरवरी, 2018 को पीएमएलए के प्रावधानों के तहत नीरव मोदी और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था. कथित रूप से नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और अन्य लोगों ने पंजाब नेशनल बैंक के कुछ बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर बैंक के साथ धोखाधड़ी की.