आज फिर मिलेंगे PM मोदी और जिनपिंग, कई अहम मुद्दे पर हो सकती है चर्चा
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आज फिर मिलेंगे PM मोदी और जिनपिंग, कई अहम मुद्दे पर हो सकती है चर्चा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच आज दूसरी अनौपचारिक वार्ता होगी. 

आज सुबह 10 बजे पीएम मोदी और जिनपिंग के बीच वार्ता शुरू होगी.

चेन्नई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) के बीच आज दूसरी अनौपचारिक वार्ता होगी. आज सुबह 10 बजे पीएम मोदी और जिनपिंग के बीच वार्ता शुरू होगी. सुबह 10.50 पर दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर वार्ता होगी. सुबह 11.45 पर पीएम मोदी राष्ट्रपति जिनपिंग के लिए लंच आयोजित करेंगे. दोपहर 12. 45 पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग चेन्नई एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे.

मोदी-जिनपिंग की बातचीत के दौरान कई अहम मुद्दे पर चर्चा हो सकती है. दोनों देशों के बीच आतंकवाद के खिलाफ सहयोग, अमेरिका से ट्रेड वार और इससे पड़ने वाले आर्थिक पर बात हो सकती है. दोनों देशों के बीच व्यापार घाटे पर भी चर्चा हो सकती है. सीमा पर शांति और पाकिस्तान के भारत विरोधी एजेंडा के खिलाफ भी दोनों नेता चर्चा करेंगे.

इससे पहले, शुक्रवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अनौपचारिक मुलाकात करने के लिए चेन्नई पहुंचे. एयरपोर्ट पर उनका शानदार स्वागत हुआ और वहां उन्होंने भारत की महान संस्कृति की एक झलक देखी. इसके बाद सड़क के रास्ते वो चेन्नई से करीब 50 किलोमीटर दूर स्थित महाबलीपुरम पहुंचे. 

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जहां प्रधानमंत्री मोदी तमिलनाडु की पारंपरिक पोशाक वेष्टी में शी जिनपिंग का इंतज़ार कर रहे थे. प्रधानमंत्री मोदी ने शी जिनपिंग का स्वागत किया, उनसे काफी देर बातचीत की और फिर दोनों नेता अर्जुन तपस्या स्थल पर बने मंदिर को देखने पहुंचे. लेकिन आज महाबलीपुरम में भारतीय संस्कृति और इतिहास के दर्शन करते वक्त शी जिनपिंग के चेहरे पर उत्सुकता और कौतूहल के भाव साफ देखे जा सकते थे क्योंकि वो प्रधानमंत्री मोदी की एक एक बात बहुत ध्यान से सुन रहे थे, और अपने आसपास की कलाकृतियों को समझने में रुचि भी ले रहे थे. 

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इसके बाद दोनों नेता पंच रथ मंदिर को देखने पहुंचे. ये भी UNESCO की विश्व धरोहरों की सूची में शामिल है. यहां पांडवों और उनकी पत्नी द्रौपदी के रथों को चट्टानों पर उकेरा गया है जिनके नाम धर्मराज रथ, अर्जुन रथ, भीम रथ, नकुल-सहदेव रथ और द्रौपदी रथ हैं.

पंचरथ मंदिर घूमने के बाद दोनों नेता शोर मंदिर पहुंचे. इसे दक्षिण भारत के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक माना जाता है. प्रधानमंत्री मोदी ने शी जिनपिंग को पहले इस मंदिर के प्रांगण में घुमाया और उन्हें इसके ऐतिहासिक महत्व की जानकारी दी. प्रधानमंत्री मोदी ने शी जिनपिंग को सिर्फ भारत की संस्कृति के दर्शन ही नहीं कराए..बल्कि इस दौरान उन्होंने तमिलनाडु का पारंपरिक परिधान वेष्टी भी पहन रखा था.

वेष्टी एक प्रकार की धोती होती है। जिसे आधी बाजू की गोल गले वाली शर्ट के साथ पहना जाता है. तमिलनाडु एक तटीय राज्य है, इसलिए वहां दिन के वक्त काफी उमस भी होती है और वेष्टी जैसे परिधान इस उमस से बचने में सहयोग करते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने तमिलनाडु की पारंपरिक पोशाक पहनकर ना सिर्फ शी जिनपिंग के सामने..भारतीय संस्कृति का मान बढ़ाया । बल्कि उन्होंने आज तमिलनाडु के लोगों का भी दिल जीत लिया. 

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