DNA Analysis: पाकिस्तान के ध्वज के सम्मान को बचाने के लिए सड़कों पर चाकू चलाया जा रहा है. देश के सबसे बड़े दुश्मन के हिमायती सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक कैंपेन चला रहे हैं. जिस पाकिस्तान के खिलाफ कभी भी युद्ध शुरू हो सकता है. उस देश के झंडे के अपमान से इन पाकिस्तान प्रेमियों को बहुत तकलीफ होती है.
Trending Photos
DNA Analysis: आपको ऐसे लोगों को पहचानना चाहिए, जो आपके आस पास ही रहते हैं. आपको उनकी पहचान करके उनसे सवाल पूछना चाहिए. आखिर क्यों 26 हिंदुओं का खून बहाने वाले देश के झंडे के लिए उनके दिल में प्यार है. जो लोग भारत का खाते हैं वो पाकिस्तान का गाना क्यों गाते हैं. किसी भी देश का झंडा उसके नागरिकों की राष्ट्रीय पहचान होता है. झंडा एक देश की स्वतंत्रता और संप्रभुता का प्रतीक भी होता है. यही वजह है अपने ध्वज को झुकने से बचाने के लिए वीर प्राणों की आहुति तक दे देते हैं. लेकिन भारत के कुछ हिस्सों में इस वक्त उल्टी हवा चल रही है.
यहां पर पाकिस्तान के ध्वज के सम्मान को बचाने के लिए सड़कों पर चाकू चलाया जा रहा है. देश के सबसे बड़े दुश्मन के हिमायती सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक कैंपेन चला रहे हैं. जिस पाकिस्तान के खिलाफ कभी भी युद्ध शुरू हो सकता है. उस देश के झंडे के अपमान से इन पाकिस्तान प्रेमियों को बहुत तकलीफ होती है. बहुत ज्यादा गुस्सा आता है. इन देश द्रोहियों को जहां भी पाकिस्तान के झंडे का अपमान होता दिखता है. ये वहां पहुंचकर हंगामा. मारपीट और बवाल शुरू कर देते हैं. पाकिस्तान के झंडे में ऐसे लोगों को अपना धर्म भी दिखाई पड़ता है. ऐसे लोग देश के किसी एक इलाके में नहीं रहते. कई राज्यों से ऐसे पाकिस्तान प्रेमी अपने अपने बिलों से निकले हैं और आज हम कह रहे हैं ऐसे लोगों के पासपोर्ट पर पाकिस्तान का वीजा लगाकर इन्हें भी पाकिस्तान भेज देना चाहिए.
इनकी जगह भारत की जेल नहीं भारत में इन पर मुकदमा चलाकर मामला दर्ज करने से कोई फायदा नहीं होने वाला. पाकिस्तान के झंडे से प्रेम करने वाले तमाम लोगों को उसी मुल्क में भेजना चाहिए. जिसके झंडे की तस्वीर इनके दिल में बसी है. ये पाकिस्तान प्रेमी सिर्फ मुंबई के सांता क्रूज में नहीं रहते.आज हम आपको भारत में पाकिस्तान प्रेम के कुछ और वीडियो के बारे में बताएंगे. इन वीडियो में नज़र आ रहे पाकिस्तान प्रेमियों की मानसिकता भी समझनी चाहिए.
पाकिस्तानी प्रेम
सांताक्रूज से सिर्फ 50 किलोमीटर दूर एक जगह है- नाम है नालासोपारा.वहां ऐसी दो घटनाएं हुईं. पहली घटना में पहलगाम हमले के विरोध में सड़क पर पाकिस्तान का झंडा लगाने वाले युवकों से धक्का मुक्की की गई. उनको धमकियां दी गईं. इस इलाके में रहने वाले महेंद्र माली ने अपने घर के सामने की सड़क पर पाकिस्तान के झंडे लगाए. लेकिन पाकिस्तान प्रेमी गैंग के 3 एक्टिव मेंबर वहां पर पहुंच गए और पाकिस्तान के झंडे को अपने धर्म का झंडा बताने लगे. यानि इन पाकिस्तान प्रेमियों को पाकिस्तान के झंडे में अपना धर्म नजर आया. बार बार समझाने के बावजूद ये लोग सड़क से झंडा हटाने पर अड़े रहे.
दूसरी घटना नालासोपारा के चक्रेश्वर तालाब इलाके की है. यहां भी पहलगाम हमले के विरोध में फुटपाथ पर पाकिस्तान का झंडा लगाया गया. जिसे देखकर कुछ महिलाएं और उनके साथ मौजूद लोग गुस्से से लाल पीले हो गए. फौरन इन महिलाओं ने फुटपाथ से पाकिस्तान के झंडे को उखाड़ना शुरू कर दिया. इन्हें भी पाकिस्तान के झंडे में अपना धर्म दिखाई दे रहा था. सोचिए, एक आतंकी मुल्क में इन्हें धर्म दिखता है.
नालासोपारा के दोनों ही मामलों में विरोध करने वालों ने इस्लामिक झंडे और पाकिस्तान के झंडे में फर्क बताया. लेकिन पाकिस्तान प्रेमियों के दिल में अलग ही धुन सवार थी. इस्लाम धर्म को मानने वाले इन झंडों में फर्क अच्छी तरह से समझते हैं. अगर आपको ये फर्क नहीं पता तो हम समझा देते हैं.
इस्लामिक और पाकिस्तानी झंडे में फर्क
- पाकिस्तान के राष्ट्रीय झंडे में डंडे से लगने वाला हिस्सा सफेद होता है. और उसके बाद हरे रंग की बड़ी पट्टी होती है. जबकि इस्लामिक झंडे में डंडे से लगने वाला हिस्सा भी हरे रंग का ही होता है.
- पाकिस्तान के झंडे का रंग गहरा हरा होता है. जबकि इस्लामिक झंडे का रंग हल्का होता है.
- पाकिस्तानी झंडे में चांद तिरछा होता है और उसके ठीक सामने सितारा बना होता है. जबकि इस्लामिक झंडे में चांद पीछे की तरफ होता है और तिरछा नहीं होता.
मामला दर्ज
अब जो लोग दुनिया में कहीं भी इस्लाम के अपमान पर हिंदुस्तान में सड़कों पर उतर जाते हैं. उन्हें ये अंतर यकीनन मालूम होगा. इसके अलावा विरोध कर रहे युवकों ने भी दोनों झंडों में अंतर समझाया. लेकिन पाकिस्तान प्रेमी कुछ भी समझने को तैयार नहीं थे. बाद में इन्हें इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ा. पहले मामले में तीन आरोपियों उस्मान गनी , तौशीद शेख और अदनान शेख को गिरफ्तार कर लिया गया. यानि इन पर पाकिस्तान प्रेम भारी पड़ा. वहीं दूसरे मामले में एफआईआर दर्ज नहीं हुई. लेकिन जिन्होंने पाकिस्तान के झंडे में अपना धर्म तलाश कर किया. भारत में पैदा हुए ऐसे लोगों को शर्म से डूब मरना चाहिए. क्योंकि वो अपने देश के आक्रोश के साथ नहीं बल्कि दुश्मन देश के झंडे के सम्मान के साथ खड़े हैं.
पाकिस्तान के झंडे का समर्थन करने वाले ये कौन लोग हैं?
पाकिस्तान के झंडे का समर्थन करने वाले ये कौन लोग हैं. क्या इनसे सवाल पूछना सिर्फ हमारी जिम्मेदारी है. हम स्टूडियो में खड़े होकर इनपर सवाल पूछते रहें. क्या इससे काम पूरा हो जाएगा. हम आपसे फिर से कह रहे हैं. अगर ऐसे लोग आपके आस पास हैं तो इनसे सवाल पूछना आपकी भी जिम्मेदारी है. अगर इनसे सवाल नहीं पूछेंगे तो ये संक्रमित पाकिस्तान प्रेमी गैंग. पूरे देश में संक्रमण फैला देगा. क्योंकि ऐसी घटनाएं कई राज्यों में हुई हैं। महाराष्ट्र में आपने देखा..अब पश्चिम बंगाल से आपको पाकिस्तान प्रेमी गैंग की करतूत का प्रमाण देते हैं.
महाराष्ट्र में एक्शन हुआ तो पश्चिम बंगाल में क्यों नहीं?
पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में पुरुलिया में लोग सड़कों पर उतरे. पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए. पाकिस्तान और बांग्लादेश के झंडों को सड़कों पर चिपका दिया. लेकिन कुछ पाकिस्तान प्रेमियों को ये बात नागवार गुज़री. पाकिस्तान और बांग्लादेश के झंडों को उठाकर इन लोगों ने प्रदर्शनकारियों से अभद्रता की. बाद में पहलगाम आतंकी हमले से नाराज़ लोगों ने इन पाकिस्तान प्रेमियों के खिलाफ प्रदर्शन किया. इनकी गिरफ्तारी की मांग की. इसके बावजूद इन पाकिस्तान प्रेमियों पर कोई एक्शन नहीं हुआ. कभी कभी सोचकर दुख भी होता है और गुस्सा भी आता है. पाकिस्तान प्रेमियों पर महाराष्ट्र में एक्शन हुआ तो पश्चिम बंगाल में क्यों नहीं हुआ.