israel iran war: इजरायल ने शुक्रवार सुबह 200 फाइटर जेट्स से ऐसी तबाही मचाई कि पूरा ईरान जख्मी है. ईरान के आर्मी चीफ समेत कई टॉप वैज्ञानिक मारे गए हैं. बदले की आग में झुलझ रहे ईरान ने अब जंग का ऐलान कर दिया है. जानें पूरी खबर.
Trending Photos
Iran vows to take revenge on Israel: ईरान और इजराइल के बीच तनाव अब चरम पर पहुंच गया है. इजराइल के हालिया हमलों के बाद ईरान ने तेहरान से 120 किलोमीटर दूर क़ोम की जामकारन मस्जिद पर लाल झंडा फहरा दिया है. यह झंडा ईरान में बदले की निशानी माना जाता है, और इसे फहराने का मतलब है कि ईरान ने इजराइल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई का ऐलान कर दिया है. इजराइल ने शुक्रवार सुबह ईरान के परमाणु ठिकानों और सैन्य नेताओं पर बड़े हमले किए. इन हमलों में ईरान के नतांज परमाणु संयंत्र को निशाना बनाया गया, साथ ही इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड के कमांडर-इन-चीफ जनरल होसैन सलामी, मेजर जनरल मोहम्मद बघेरी और पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा प्रमुख अली शमखानी मारे गए. इजराइल ने इसे "ऑपरेशन राइजिंग लायन" नाम दिया और कहा कि यह हमले ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिए किए गए.
ईरान ने बदला लेने की कही बात
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इन हमलों की कड़ी निंदा की और इजराइल से बदला लेने का वादा किया. ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने भी कहा कि वे इजराइल को "कठोर और दर्दनाक" जवाब देंगे. जामकारन मस्जिद पर लाल झंडा फहराने की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिनमें झंडे पर अरबी में "या ला-थारत अल-हुसैन" लिखा है, जिसका मतलब है "ऐ हुसैन के बदला लेने वालों."
इसके पहले भी फहराया गया है लाल झंडा
यह पहली बार नहीं है जब ईरान ने इस मस्जिद पर लाल झंडा फहराया है. इससे पहले 2020 में जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या और 2024 में हमास नेता इस्माइल हानिया की तेहरान में हत्या के बाद भी ऐसा किया गया था. दोनों बार ईरान ने बदले की कार्रवाई की थी. इस बार भी ईरान ने इजराइल पर 100 से ज्यादा ड्रोन हमले किए, और माना जा रहा है कि वह बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल भी कर सकता है.
पूरी दुनिया की नजर इजरायल और ईरान पर टिकीं
दुनिया भर में इस घटना पर नजरें टिकी हैं. सऊदी अरब ने इजराइल के हमलों की निंदा की, जबकि अमेरिका ने साफ किया कि उसका इसमें कोई हाथ नहीं है. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह तनाव बढ़ा, तो लेबनान, यमन और सऊदी अरब जैसे देश भी प्रभावित हो सकते हैं. फिलहाल, इजराइल ने अपने स्कूल और कार्यालय बंद कर दिए हैं, और दोनों देशों के हवाई क्षेत्र खाली हैं. दुनिया सांस थामे इंतजार कर रही है कि ईरान का अगला कदम क्या होगा.