खुफिया सूचनाओं के मुताबिक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने पाक के कब्जे वाले क्षेत्र (पीओके) में कम से कम 30 आतंकवादियों को साथ लाने का काम किया है ताकि वे लश्कर-ए-तैयबा, हिज्बुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों की मदद से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों को अंजाम दें । खुफिया सूचनाओं के मुताबिक, इन आतंकवादियों को आईएसआई के मार्गदर्शन के तहत पेशावर से लाया गया और नियंत्रण रेखा के पार पीओके के क्षेत्र में एक ‘लांचिंग पैड’ में रखा गया ।
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नयी दिल्ली: खुफिया सूचनाओं के मुताबिक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने पाक के कब्जे वाले क्षेत्र (पीओके) में कम से कम 30 आतंकवादियों को साथ लाने का काम किया है ताकि वे लश्कर-ए-तैयबा, हिज्बुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों की मदद से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों को अंजाम दें । खुफिया सूचनाओं के मुताबिक, इन आतंकवादियों को आईएसआई के मार्गदर्शन के तहत पेशावर से लाया गया और नियंत्रण रेखा के पार पीओके के क्षेत्र में एक ‘लांचिंग पैड’ में रखा गया ।
सूत्रों ने बताया कि आईएसआई ने आतंकवादियों को निर्देश दिए हैं कि अगले एक महीने में और भारी बर्फबारी के कारण उंचाई वाले इलाकों तक पहुंचने के रास्ते बंद होने से पहले वे कश्मीर घाटी में आतंकवादी हमलों को अंजाम दें । उन्होंने बताया कि आईएसआई ने पीओके में लश्कर-ए-तैयबा, हिज्बुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद की एक बैठक आयोजित की और यह बैठक आईएसआई के सरगना शौकत खान उर्फ अबु सुलेमान की निगरानी में हुई ।
आईएसआई चाहती है कि जम्मू-कश्मीर में सक्रिय तीनों आतंकवादी संगठन इन 30 आतंकवादियों को घाटी में हमलों को अंजाम देने दें । कुछ साल पहले पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की हत्या की एक नाकाम कोशिश के बाद से आईएसआई जैश-ए-मोहम्मद को पसंद नहीं करता था , लेकिन लगता है कि अब जैश-ए-मोहम्मद फिर से आईएसआई के पाले में आ गया है । नियंत्रण रेखा के पास कश्मीर के तंगधार में थलसेना शिविर पर कल पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के तीन हथियारबंद आतंकवादियों ने हमला किया था । खुफिया सूचना मिलने के बाद केंद्र ने सभी सुरक्षा एजेंसियों से कहा है कि वे सीमा पर और जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा-व्यवस्था पुख्ता कर दें ।