नई दिल्ली: जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के कुलपति (Vice Chancellor) एम जगदीश कुमार को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) का अध्यक्ष (President) नियुक्त किया गया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) के अनुसार कुमार को 5 साल की अवधि के लिए उच्च शिक्षा नियामक (Higher Education Regulator) के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त (Appoint) किया गया है.


एम जगदीश ने संभाला यूजीसी का अध्यक्ष पद


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मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘केंद्र सरकार (Central Government) ने एम जगदीश कुमार को 5 साल की अवधि के लिए या 65 वर्ष की आयु का होने तक यूजीसी के अध्यक्ष (President Of UGC) के रूप में नियुक्त किया है.’ प्रोफेसर डी पी सिंह के 65 वर्ष की आयु पूरी हो जाने पर यूजीसी अध्यक्ष पद से इस्तीफा (Resignation) देने के बाद 7 दिसंबर से यह पद खाली था. बता दें कि सिंह ने 2018 में यूजीसी अध्यक्ष का कार्यभार संभाला था. 


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एम जगदीश कुमार अक्सर विवादों में घिरे रहे


पिछले साल 5 साल का कार्यकाल (Tenure) पूरा होने के बाद कुमार वर्तमान में विश्वविद्यालय के कार्यवाहक वाइस चांसलर के रूप में कार्यभार संभाल रहे हैं. मंत्रालय ने अब तक जेएनयू (JNU) में उनके उत्तराधिकारी (Successor) की नियुक्ति नहीं की है. बता दें कि साल 2016 के राजद्रोह विवाद (Treason Controversy) कई बार अपने कार्यालय की तालाबंदी से लेकर 2019 में तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री (HRD Minister) को जेएनयू के दीक्षांत समारोह स्थल (Convocation Venue) पर 6 घंटे से ज्यादा समय रोके जाने तक, विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर के रूप में कुमार का कार्यकाल विवादों (Controversies) से भरा रहा. 


अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ हुआ था हंगामा


कुमार को जनवरी 2016 में जेएनयू का कुलपति (Vice Chancellor) बनाया गया था. उनकी नियुक्ति के ठीक एक हफ्ते बाद कुलपति के रूप में विवादों से उनका पहली बार तब सामना हुआ जब छात्रों ने संसद भवन पर हमले (Attack On Parliament Building) के दोषी अफजल गुरु (Guilty Afzal Guru) की फांसी के खिलाफ एक कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर प्रशासन (Administration) के साथ हंगामा किया. 


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आईआईटी दिल्ली में रह चुके हैं एसोसिएट प्रोफेसर


इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग (Electronic Engineering) और संबंधित क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखने वाले कुमार ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास से MS (EE) और PHD (EE) की डिग्री प्राप्त की है. उन्होंने पहले आईआईटी खड़गपुर (IIT Kharagpur) में सहायक प्रोफेसर और आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में काम किया है. 


(इनपुट - भाषा) 


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