Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में 24 अक्तूबर को राज्यसभा चुनाव होंगे. जम्मू-कश्मीर में 4 राज्यसभा सीटें खाली हैं जिसमें से तीन सीटों के लिए बीजेपी ने 2 हिन्दू और एक मुसलमान उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है.
Trending Photos
)
Rajya Sabha Election: भारती जनता पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए तैयारी कर ली है. सूबे में 3 राज्यसभा सीटों के लिए बीजेपी ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. इस बार बीजेपी ने एक मुस्लिम नेता को भी राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी ने राज्यसभा के लिए ऐलान किए गए तीन नामों में एक नाम मुस्लिम नेता गुलाम मोहम्मद मीर को भी राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है. इसके अलावा बीजेपी ने बीजेपी अध्यक्ष सतपाल शर्मा और राकेश महाजन को भी राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाया है.
जम्मू-कश्मीर में 24 अक्तूबर को राज्यसभा चुनाव होंगे. जम्मू-कश्मीर में 4 राज्यसभा सीटें खाली हैं जिसमें से तीन सीटों के लिए बीजेपी ने 2 हिन्दू और एक मुसलमान उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है. पार्टी ने जम्मू-कश्मीर के बीजेपी अध्यक्ष सतपाल शर्मा को एक सुरक्षित सीट से उतारने का फैसला किया है. इस सीट पर बीजेपी विधायकों की संख्या के हिसाब से स्पष्ट बढ़त पर हैं.
बीजेपी ने तैयारियों को दिया अंतिम रूप
वहीं राकेश महाजन और गुलाम मोहम्मद मीर पार्टी ने अन्य सीटों से उम्मीदवार बनाया है. जम्मू-कश्मीर में राज्यसभा सांसदों के लिए इस चुनाव में 24 अक्टूबर को वोटिंग होगी और उसी दिन शाम को 5 बजे परिणाम भी सुना दिए जाएंगे. इस तरह से बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर की चार खाली राज्यसभा सीटों पर होने वाले आगामी चुनाव में अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है.
क्या है सूबे में विधायकों की सियासी गणित?
मौजूदा समय जम्मू-कश्मीर की राज्य विधानसभा में कुल 88 विधायक हैं. इसमें से बीजेपी के पास 28 विधायक हैं तो सत्तारूढ़ एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन के पास कुल 53 विधायकों का समर्थन है. बीजेपी के 28 विधायकों से सतपाल शर्मा की जीत लगभग तय है. हालांकि अन्य दो सीटों पर बीजेपी के विधायकों की संख्या में कमी है इस वजह से गुलाम मोहम्मद मीर और राकेश महाजन को अपनी-अपनी सीटों पर कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. बीजेपी अब वहां के छोटे दलों के विधायकों को लुभाने की रणनीति पर लगी है. अगर ऐसा हुआ तो मुकाबला काफी दिलचस्प हो सकता है.
यह भी पढ़ेंः प्रेशर या क्रिमिनल केस...कांग्रेस की दुखती नस क्यों दबा रहे चिदंबरम, आलाकमान खफा