Jammu and Kashmir on orange alert as heavy rains: लगातार बर्फबारी और बारिश के बीच, मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. जम्मू-कश्मीर में मौसम में भारी बदलाव देखा गया, पहाड़ों पर भारी बारिश हुई जबकि मैदानी इलाकों में भारी बारिश हुई.
Trending Photos
)
Jammu and Kashmir snowfall Date: लगातार बर्फबारी और बारिश के बीच, मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. जम्मू-कश्मीर में मौसम में भारी बदलाव देखा गया, पहाड़ों पर भारी बारिश हुई जबकि मैदानी इलाकों में भारी बारिश हुई. कश्मीर इस समय मौसम की पहली बड़ी बारिश का दौर झेल रहा है, जहां ऊंचाई वाले इलाकों में ताज़ा बर्फबारी और मैदानी इलाकों में मध्यम से भारी बारिश हो रही है. यह मौसम एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण है जो 5 अक्टूबर से 7 अक्टूबर, 2025 तक इस क्षेत्र को प्रभावित कर रहा है.
भयंकर बारिश कहां होगी?
भारतीय मौसम विभाग, कश्मीर ने कहा कि मैदानी इलाकों में रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश, गरज और तेज़ हवाएं चलने की संभावना है, जबकि जम्मू-कश्मीर के अधिकांश स्थानों पर ऊंचाई वाले इलाकों में मध्यम बर्फबारी हो सकती है. कल जम्मू संभाग के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश और मैदानी इलाकों में मध्यम से भारी बारिश और कश्मीर के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी का अनुमान है.गुलमर्ग स्की रिसॉर्ट के कोंगदूरी इलाके में मौसम की पहली महत्वपूर्ण बर्फबारी हुई. अफ़रवत चोटी पर भी बर्फबारी हुई. सोनमर्ग, सिंथन टॉप, पीर की गली और राजदान टॉप (गुरेज़ घाटी का प्रवेश द्वार) में भी बर्फबारी की सूचना मिली है.
4 से 10 इंच बर्फबारी की भविष्यवाणी
भारतीय मौसम विभाग ने इन दर्रों पर 4 से 10 इंच बर्फबारी की भविष्यवाणी की है, जिसकी तीव्रता दक्षिणी कश्मीर में सबसे अधिक रहने की उम्मीद है. श्रीनगर शहर और कश्मीर के अन्य मैदानी इलाकों में भारी बारिश हुई है, जिससे तापमान में उल्लेखनीय गिरावट आई है. 6 अक्टूबर के लिए पूर्वानुमान के अनुसार, तापमान 12°C के आसपास रहेगा और दिन में भारी बारिश की 65% संभावना है.
खराब मौसम कब तक सुधरेगा?
खराब मौसम के कारण कई व्यवधान और सावधानियां बरती गई हैं. अधिकारियों ने महत्वपूर्ण जम्मू-श्रीनगर और श्रीनगर-लेह राजमार्गों सहित संवेदनशील सड़क खंडों पर संभावित भूस्खलन, भूस्खलन और पत्थर गिरने की चेतावनी दी है. वैष्णो देवी यात्रा कम से कम 8 अक्टूबर तक स्थगित कर दी गई है. भारी बारिश की चेतावनी के कारण जम्मू संभाग के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को 6 और 7 अक्टूबर को बंद रखने का आदेश दिया गया है. निवासियों और पर्यटकों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्राएँ, खासकर पहाड़ी इलाकों की ओर, स्थगित करने की सलाह दी गई है. किसानों को सभी कृषि कार्य रोकने की सलाह दी गई है.
ऑरेंज अलर्ट जारी
यह बर्फबारी इस क्षेत्र में शुरुआती दौर की है. ऊँचाई वाले इलाकों में मौसम की पहली बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश के बीच, मौसम विभाग ने जम्मू और कश्मीर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें पूरे क्षेत्र में रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी की भविष्यवाणी की गई है. पहली बर्फबारी उत्साह पैदा करती है और एक प्रभावी मार्केटिंग टूल के रूप में काम करती है, जिससे कश्मीर सर्दियों के शुरुआती दौर के यात्रियों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन जाता है.
बर्फबारी से किसको होगा फायदा?
शुरुआती बर्फबारी से घरेलू पर्यटकों और ट्रैवल एजेंसियों की ओर से शरद ऋतु और सर्दियों के मौसम के लिए पूछताछ और बुकिंग में वृद्धि हो सकती है. यह साहसिक पर्यटकों, स्कीइंग के शौकीनों और फिल्म निर्माताओं को भी आकर्षित करेगी जो सर्दियों के अद्भुत नज़ारों को कैद करना चाहते हैं. अगर इसके बाद लगातार बर्फबारी होती है, तो मौसम की शुरुआत जल्दी होने से शीतकालीन पर्यटन की अवधि बढ़ सकती है, जिससे स्थानीय व्यवसायों को लाभ होगा. इस शुरुआती बर्फबारी ने उम्मीद जगाई थी कि इससे कश्मीर में शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. पहलगाम आतंकी घटना और दीर्घकालिक जलवायु परिवर्तन के मुद्दों के कारण कश्मीर में पर्यटन क्षेत्र नाजुक बना हुआ था, लेकिन अब शुरुआती बर्फबारी कश्मीर में पर्यटन व्यवसायियों के लिए वरदान साबित हो सकती है.