श्रीनगर में भीड़ और सुरक्षा बलों के बीच झड़प में एक की मौत
Advertisement

श्रीनगर में भीड़ और सुरक्षा बलों के बीच झड़प में एक की मौत

श्रीनगर में रविवार शाम भीड़ और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष में एक व्यक्ति मारा गया जिससे यहां शांति बाधित हो गयी जबकि दिन में कुल मिलाकर शांति की स्थिति बनी हुई थी। राजधानी और दो अन्य कस्बों में कर्फ्यू लागू है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि फतेह कदल इलाके में पथराव कर रहे लोगों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प में इरफान अहमद चोटिल हो गया और बाद में एसएमएचएस अस्पताल में उसकी मौत हो गयी।

श्रीनगर में भीड़ और सुरक्षा बलों के बीच झड़प में एक की मौत

श्रीनगर : श्रीनगर में रविवार शाम भीड़ और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष में एक व्यक्ति मारा गया जिससे यहां शांति बाधित हो गयी जबकि दिन में कुल मिलाकर शांति की स्थिति बनी हुई थी। राजधानी और दो अन्य कस्बों में कर्फ्यू लागू है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि फतेह कदल इलाके में पथराव कर रहे लोगों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प में इरफान अहमद चोटिल हो गया और बाद में एसएमएचएस अस्पताल में उसकी मौत हो गयी।

इसके साथ घाटी में 44 दिन से फैली हिंसा के दौरान मृतक संख्या 65 पहुंच गयी है जिसमें दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। आज दिन में पहले तो हालात व्यापक तौर पर नियंत्रण में थे और गंदेरबल के कंगन और सोपोर के त्रुमगुंड तथा बेहरामपुरा से ही पथराव की घटनाएं सामने आई थीं।

पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि उपद्रवी सड़कों पर जमा हो गये और पुलिस तथा सुरक्षा बलों पर पथराव करने लगे। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं को छोड़कर इस खबर के आने से पहले तक घाटी में हालात सामान्य बने रहे।

एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक पूरे श्रीनगर जिले में और अनंतनाग तथा पांपोर शहरों में एहतियातन कर्फ्यू जारी है। उन्होंने कहा कि शेष घाटी में लोगों की आवाजाही पर पाबंदी बनी हुई है।

दुकानें, निजी दफ्तर और पेट्रोल पंप बंद रहे, वहीं सार्वजनिक परिवहन के साधन भी सड़कों से नदारद रहे। पूरी घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवा भी निलंबित रही, वहीं पोस्टपेड मोबाइल सेवाएं और प्रीपेड मोबाइलों पर फोन आने की सुविधा कल बहाल कर दी गयी थी। हालांकि प्रीपेड सेवाओं से फोन करने की सेवा अब भी बंद है। अलगाववादी खेमे ने लोगों से आज शाम तीन से पांच बजे तक स्थानीय चौकों और केंद्रों पर एकत्रित होने और कब्जा करने का आह्वान किया था।

अलगाववादियों ने लोगों से दीवारों पर पत्र चस्पा करने को भी कहा है जिनमें सभी मंत्रियों, सभी दलों के विधायकों और विधान परिषद सदस्यों से सरकार से तथा पार्टी पदों से इस्तीफा देने को कहा जाए। सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारक और मोहम्मद यासीन मलिक की अगुवाई वाले अलगाववादी खेमे ने आंदोलन 25 अगस्त तक बढ़ा दिया है।

Trending news