Jammu Kashmir में जिला विकास परिषद के लिए मतदान शुरू, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद यानी डीडीसी (District Development Council) के लिए आज वोट डाले जा रहे हैं. सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक मतदान की प्रक्रिया चलेगी. पहले चरण में जम्मू की 17 और कश्मीर की 26 सीटों पर वोटिंग हो रही है.
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद यानी डीडीसी (District Development Council) के लिए आज वोट डाले जा रहे हैं. सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक मतदान की प्रक्रिया चलेगी. पहले चरण में जम्मू की 17 और कश्मीर की 26 सीटों पर वोटिंग हो रही है. यहां सुरक्षा के लिए पैरा मिलिट्री (Para Military) की 165 कंपनियां तैनात की गई है.
1,475 उम्मीदवार मैदान में
जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के हटने के बाद से पहली बार कोई मतदान होने जा रहा है. आज घाटी में जिला विकास परिषद (District Development Council) के चुनावों के लिए मतदान किया जा रहा है. इन चुनावों के पहले चरण के लिए 1,475 उम्मीदवार मैदान में हैं.
ISI का भारत के खिलाफ नया 'गेमप्लान'
पंचायत निर्वाचन क्षेत्रों के उप चुनाव भी जारी
DDC चुनावों के साथ 12 हजार 153 पंचायत निर्वाचन क्षेत्रों के लिए उपचुनाव भी हो रहे हैं. इनमें से 11हजार 814 पंचायतें कश्मीर घाटी में हैं जबकी 339 पंचायतें जम्मू की हैं. आठ-चरण के चुनावों को गुप्कर घोषणा (PAGD), बीजेपी और अपनी पार्टी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की पूरी उम्मीद है.
महबूबा मुफ्ती के ट्वीट से नया विवाद
जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में DDC चुनावों के लिए मतदान से ठीक पहले महबूबा मुफ्ती के ट्वीट ने नया विवाद शुरू कर दिया. महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर लिखा कि उन्हें हिरासत में लिया गया है. उन्होंने लिखा कि मुझे अवैध रूप से फिर से हिरासत में लिया गया है. पिछले दो दिनों से जम्मू कश्मीर प्रशासन से पार्टी नेता वहीद पारा के परिवार से मिलने के लिए पुलवामा (Pulwama) जाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. जबकी भाजपा के मंत्रियों और उनके कठपुतलियों को कश्मीर के हर कोने में घूमने की अनुमति है, लेकिन सुरक्षा केवल मेरे मामले में एक समस्या है. साथ ही PDP अधय्क्ष महबूबा मुफ्ती ने अपने ट्वीट में ये आरोप भी लगाया था कि उनकी बेटी को भी हिरासत में ले लिया गया है. मगर जम्मू कश्मीर के राज्य चुनाव आयुक्त ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है. बस सुरक्षा के लिहाज से उन्हें पुलवामा जाने की इजाजत नहीं दी गई है.