जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) से अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद पिछले 2 सालों में काफी बदलाव आए हैं. आज हम आपकी मुलाकात एक ऐसी यंग आईपीएस अधिकारी से कराएंगे, जो पीएम मोदी का एक खास मिशन पूरा करने में जुटी हैं.
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श्रीनगर: जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) से अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद पिछले 2 सालों में काफी बदलाव आए हैं. आज हम आपकी मुलाकात एक ऐसी यंग आईपीएस अधिकारी से कराएंगे. जो इन दिनों जम्मू कश्मीर की तस्वीर बदलने के बड़े मिशन पर हैं.
ये आईपीएस अधिकारी श्रीनगर ईस्ट में तैनात SP तनुश्री (Tanushree) हैं. वे एक यूथ आइकॉन के रूप में राज्य की कानून व्यवस्था को संभालने में अहम भूमिका निभा रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल तनुश्री (Tanushree) से संवाद करते हुए भटके युवाओं को सही रास्ते पर लाने की अहम जिम्मेदारी दी थी. बिहार की रहने वाली तनुश्री 2019 से जम्मू कश्मीर में पोस्टेड हैं. ज़ी न्यूज़ ने SP तनुश्री से प्रदेश के हालात पर खास बातचीत की.
सवाल: पिछले साल जब आप से प्रधानमंत्री मोदी ने संवाद किया था तो उन्होंने कहा था कि जो बच्चे गलत रास्ते पर चले जाते हैं, उन्हें रोकना है. इस दिशा में आप क्या कर रही है?
जवाब: कोशिश हमारी यही रहती है कि यहां का युवा गलत रास्ते पर न जाए. इसके लिए हम कोशिश करते हैं कि लोगों के बीच में हमारी पहुंच बनी रहे. चाहे किसी को कैसी भी समस्या हो, वो हमारे पास आ सके और हम उसका समाधान कर सकें. साथ ही उन्हें गाइड किया जाए, जिससे वो मेनस्ट्रीम में आ सके. हम उन्हें यह भी बताते हैं कि वे कैसे अपना करियर बनाएं और कौन से एग्जाम दें.
सवाल: आप एक यंग ऑफिसर हैं. जब आपको यहां के यूथ देखते हैं कि आप यहां पोस्टेड है वो आपसे कितना मोटिवेट होते हैं?
जवाब: हमारे पास काफी मैसेज आते हैं कि कैसे पढ़ाई करनी है और कौन सी बुक लेनी है. वे कश्मीर के हालात के बारे में हमसे बात करते हैं. हमारी यही कोशिश रहती है कि सकारात्मक रिस्पॉंस दिया जाए.
सवाल: जम्मू कश्मीर में White Collor Terrorist का सिंडिकेट भी है. वे भले बंदूक न उठाते हों लेकिन कलम से आतंक फैलाते हैं. ऐसे लोगो पर किस तरह कार्रवाई की जा रही है?
जवाब: ऐसे लोग ज्यादा खतरनाक हैं. वे किस भेष में हमारे बीच हैं, हमे नहीं पता. ये लोग कौन हैं, हमें नहीं पता है. हो सकता है ये लोग सरकारी मुलाजिम हो लेकिन सरकार के खिलाफ काम कर रहे हों. ये ज्यादा खतरनाक लोग हैं क्योंकि इनसे इतने सारे लोग मिलते हैं वो उनके दिमाग मे क्या डालते हैं, हमें नहीं पता चलता है. कई बार हमें पता नहीं चलता कि किसके खिलाफ क्या एक्शन लेना है. ये लोग मिलिटेंट से भी ज्यादा खतरनाक हैं. वे खुद बंदूक नही उठा रहे लेकिन लोगो को मजबूर कर रहे हैं वे बंदूक उठाएं और मारे जाएं.
सवाल: सोशल मीडिया और कुछ ब्लॉग्स पर ऐसे लोग एक्टिव हैं. जो कश्मीर में पाकिस्तान का एजेंडा चला रहे है. उनके बारे में क्या कहेंगीं.
जवाब: इसके लिए हमारी मीडिया सेल काम कर रही है. हम पहचान करते हैं कि ऐसे कौन से लोग है जो लोगो को भड़का रहे हैं. लोगो को Provoke कर रहे हैं ताकि जो हम कश्मीर में नॉर्मलसी चाहते हैं, वो ना आ जाए. जो बिज़नेस का नुकसान हो रहा है, जो लोग जॉब पर नहीं जा रहे है. वे सब हालात कहीं नार्मल न हो जाए. इस तरह के गलत प्रयास करने कई लोग सोशल मीडिया पर हैं. उन पर हमारी सोशल मीडिया की टीम नजर रखती है. वह टीम देखती है कि ऐसे कौन से लोग हैं, जो सामने तो नही आते लेकिन पर्दे के पीछे से काम करते हैं.
सवाल: पिछले दिनों आपने kashmirfight नाम से चल रहे एक ब्लॉग के खिलाफ भी कार्रवाई की थी. उस मामले में कुछ गिरफ्तारी भी हुई थी. वे लोग कौन थे.
जवाब: ये ब्लॉग काफी खतरनाक था. जब भी ये लिस्ट निकालते थे या आर्टिकल निकालते थे. तब उस लिस्ट में जिसका भी नाम होता था, उनमें घबराहट फैल जाती थी. हमने देखा कि इस वजह से मर्डर भी हुए या मर्डर की कोशिश की गई. वे ब्लॉगर ऐसे पेश करते हैं कि उस लिस्ट में शामिल सभी लोग कश्मीर के खिलाफ हैं जबकि ऐसा कुछ नहीं है. हर इंसान अपनी ड्यूटी कर रहा है, नॉर्मल लाइफ जी रहा है. मुझे लगता है कि जल्द ही इसमें कुछ और लोगो के नाम जोड़े जाएंगे. उसके बाद हम बताएंगे कि इसमें और कौन लोग शामिल हैं.
सवाल: जम्मू कश्मीर में militancy तेजी से कम हो रही है. कई इलाके टेरर फ्री हो रहे हैं. ये सब कैसे मुमकिन हो रहा है.
जवाब: ये दोनों तरफ से है. पब्लिक भी चाहती है कि प्रदेश में हालात ठीक रहें. मैं वर्ष 2019 से कश्मीर में हूं. मैने देखा है कि कोरोना के कारण लोगों को काफी नुकसान हुआ है. उनकी नौकरियां चली गई, बिजनेस का बड़ा नुकसान हो गया. लोग चाहते है की स्थितियां सामान्य रहे. जिससे वे जीवनयापन कर सकें. सरकार की भी ये पालिसी है कि लोगों को रोजगार मिले.
सवाल: आप एक IPS आफिसर हैं और बिहार की रहने वाली हैं. एक ऐसी जगह आपकी पोस्टिंग हुई है, जहां पर बहुत से challange हैं. किस तरह से आप इनसे निपट रही हैं?
जवाब: चैलेंज तो काफी हैं क्योंकि बाहर से कश्मीर का जो एक नाम है, वो लोगों को डरा देता है. हालांकि यहां आने के बाद मुझे realize हुआ कि यहां के लोग भी अच्छे हैं. कश्मीर भी अच्छा है और मुझे यहां काम करने में खुशी हो रही है.
सवाल: जब आपके परिवार को पता चला कि आपकी कश्मीर में पोस्टिंग हो रही है तो आपके घर वालो का रिएक्शन क्या था? क्या आपके घर वालो ने आपको रोका नहीं?
जवाब: बिल्कुल नहीं. मेरे पिता भी पुलिस में थे. उनका बहुत सपोर्ट रहा. यहां आने के बाद उनको भी ऐसा लगता है कि देश के लिए काम कर रहे हैं तो अच्छा है.
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सवाल: जब आपसे प्रधानमंत्री ने बात की थी तो आपके घर वालों के साथ साथ आप के करीबियों का क्या रिएक्शन था.
जवाब: अच्छा था. मुझे प्रधानमंत्री से बात करके काफी प्राउड फीलिंग हो रही थी. वो प्राउड फीलिंग मुझे कश्मीर कैडर की वजह से ही मिली थी. मुझे इस काडर की वजह से पहचान मिली. लोग मुझे आज भी आकर बोलते हैं कि प्रधानमंत्री ने आपसे बात की थी. उन्होंने आप को कुछ काम दिया था. उसके लिए आप क्या कर रही है. मै पूरी कोशिश करती हूं कि मैं उस काम को कर पाऊं.
सवाल: कश्मीर में IAS और IPS की यंग ब्रिगेड कैसे कश्मीर की तस्वीर बदल रही है?
जवाब: काफी तब्दीली आ रही है. जब आप लोगों से बात करेंगे तो वे कहेंगे कि उन्हें बहुत कम्फर्ट होता है अपने IAS और IPS से बात करके. हमारी ओर से जो कुछ बेहतर हो सकता है, हम करते हैं. यंग IAS और IPS यहां काफी पॉजिटिव बदलाव ला रहे हैं.
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