इस बिल का बीजेपी के अलावा उसकी कई विरोधी पार्टियों ने भी समर्थन किया है. लेकिन कांग्रेस समेत कुछ और पार्टियां हैं, जो इसका तीखा विरोध कर रही हैं. लेकिन अब कांग्रेस पार्टी के ही एक नेता जनार्दन द्विवेदी ने इस बिल का समर्थन किया है.
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नई दिल्ली: अनुच्छेद 370 के असर को कम करने और उसके एक खंड को छोड़कर बाकी सभी को हटाने के फैसले ने देश की राजनीति झकझोर दिया है. इस बिल का बीजेपी के अलावा उसकी कई विरोधी पार्टियों ने भी समर्थन किया है. लेकिन कांग्रेस समेत कुछ और पार्टियां हैं, जो इसका तीखा विरोध कर रही हैं. लेकिन अब कांग्रेस पार्टी के ही एक नेता जनार्दन द्विवेदी ने इस बिल का समर्थन किया है.
जनार्दन द्विवेदी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और सोनिया गांधी के करीबी समझे जाते थे, लेकिन पिछले काफी दिनों से वह सक्रिय नहीं हैं. अब धारा 370 पर जब उनकी पूरी पार्टी इस बिल के विरोध में खड़ी है तो उन्होंने इसका समर्थन किया है. जनार्दन द्विवेदी ने कहा है कि मेरे राजनीतिक गुरु राममनोहर लोहिया हमेशा से इस धारा के खिलाफ थे. एक गलती जो इतिहास में की गई थी, उसे आज ठीक कर दिया गया है.
#WATCH Janardan Dwivedi, Congress on #Article370revoked : My political guru Ram Manohar Lohia ji was always against this Article. A mistake of history has been corrected today, albeit late. I welcome this. pic.twitter.com/KqBsROImgS
— ANI (@ANI) August 5, 2019
कांग्रेस, अन्य दलों ने जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने का विरोध किया
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने अनुच्छेद 370 को समाप्त करने और जम्मू एवं कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) में बांटने के सरकार के कदम का कड़ा विरोध किया है. गृहमंत्री अमित शाह द्वारा प्रस्तावित विधेयक पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सरकार देश को टुकड़े-टुकड़े करना चाहती है.
उन्होंने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर के लोग केंद्र सरकार के साथ नहीं हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि कश्मीर के लोगों ने धर्मनिरपेक्ष भारत के साथ रहना पसंद किया है, लेकिन भाजपा सरकार ने देश को बांटा है. आजाद ने कहा कि इस प्रस्तावित संकल्प से देश में राज्यों की संख्या 29 से घट कर 28 रह जाएगी.