Maharashtra Politics: मेल मुलाकात के इस ताजा एपिसोड को लेकर महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता छगन भुजबल ने कहा, 'हम राजनेता एक-दूसरे के विरोधी हैं, दुश्मन नहीं. सामाजिक और राजनीतिक कार्यों में जुटे नेताओं को हमेशा से कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है, यह कोई नई बात नहीं है.'
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Jayant Patil meets Ajit Pawar: महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार के करीबी सहयोगी और प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल तथा उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बीच रविवार को एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जो आधे घंटे से अधिक समय तक चली. इस बैठक से राज्य के राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है. एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने दोनों के बीच हुई मुलाकात का बचाव करते हुए कहा, 'हम सभी राजनेता एक-दूसरे के विरोधी हैं, दुश्मन नहीं.' ऐसे में हर बात का मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए.
सीक्रेट मुलाकात में क्या निकला?
आपको बताते चलें कि महाराष्ट्र में एनसीपी के दोफाड़ होने के बाद से ही चाचा भतीजे यानी शरद पवार और अजित पवार के फिर से एक साथ आने की खबरें बार-बार आती हैं. शरद पवार और अजित पवार के बीच कई बार आमने सामने की मुलाकात हो चुकी है. ऐसे में बीते शनिवार जब पुणे में एनसीपी सुप्रीमो अजित पवार और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) गुट के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल के बीच आधे घंटे तक मीटिंग चली तो एक बार फिर एनसीपी के धड़ों के एक होने की अटकलें लगाई जाने लगी थीं.
अजित पवार का बयान
सूत्रों के मुताबिक यह बैठक खेती में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के इस्तेमाल को लेकर थी. अटकलों से इतर अजित पवार ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान जयंत पाटिल के पार्टी छोड़ने की अटकलों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, 'मुलाकात का मकसद खेती में AI के उपयोग पर चर्चा करना था. आपको बताते चलें कि अजित पवार महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री होने के साथ-साथ वित्त मंत्री भी हैं.
ऐसे में उन्होंने कहा, 'बजट में खेती के लिए एआई के इस्तेमाल के लिए 500 करोड़ रुपये का प्रस्ताव रखा था. जयंत पाटिल उस कमेटी के सदस्य हैं, जो इस विचार पर काम कर रही है. अजित पवार ने कहा कि वे सभी कमेटी सदस्यों की राय ले रहे हैं और इसी सिलसिले में जयंत पाटिल उनसे मिले.
हम दुश्मन नहीं: NCP
भुजबल ने यह भी बताया कि जयंत पाटिल और वह खुद अक्सर चर्चा करते रहते हैं. उन्होंने कहा, 'वे विधानसभा में मेरे बगल में बैठते हैं, और हम नियमित रूप से एक-दूसरे से चर्चा करते हैं. यह सामान्य बात है, हम दुश्मन नहीं हैं.'
राज्य में बढ़ते अपराधों के बारे में चिंता जताते हुए भुजबल ने कहा, 'बीड में घरों में आग लगाई गई है, और इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से लिया जाना चाहिए.' उन्होंने आगे कहा कि राज्य में बढ़ती हिंसा और क्रूरता को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए.
महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता छगन भुजबल ने आगे कहा कि सामाजिक और राजनीतिक कार्यों में जुटे नेताओं को हमेशा से कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है, यह कोई नई बात नहीं है. भुजबल ने यह भी साफ किया कि उनका मंत्री पद से हटाया जाना इस मुद्दे से संबंधित नहीं है. उन्होंने मंत्री पद पर कोई टिप्पणी करने से भी परहेज किया.
इसके अलावा, भुजबल ने कहा कि आरक्षण और अन्य मुद्दों को बातचीत के जरिए हल करना चाहिए और इन मामलों में राजनीतिक नेतृत्व का रचनात्मक दृष्टिकोण बेहद आवश्यक है. कुंभ मेले के आयोजन से जुड़ी बैठक पर भुजबल ने कहा कि वे इस विषय में ज्यादा नहीं जानते हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आज नासिक में कुंभ मेले की तैयारियों के बारे में अधिकारियों से जानकारी लेंगे.
महात्मा फुले को भारत रत्न दिए जाने की मांग पर भुजबल ने कहा कि वह इस मांग के खिलाफ नहीं हैं. उन्होंने कहा कि वे भारत रत्न से भी बड़े व्यक्ति थे. (आईएएनएस)