JNU Violence: प्लानिंग के तहत हुआ हंगामा, 'चिट्ठी' पर ABVP ने किया बड़ा दावा
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JNU Violence: प्लानिंग के तहत हुआ हंगामा, 'चिट्ठी' पर ABVP ने किया बड़ा दावा

JNU Violence Latest Update: जेएनयू में हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस ने दोनों पक्षों की तरफ दी गई शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली है. एबीवीपी के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आइसा से जुड़े स्टूडेंट आज भी प्रदर्शन कर सकते हैं.

जेएनयू हंगामे पर एबीवीपी का दावा.

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में हुए हंगामे पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने बड़ा दावा किया है. ABVP का कहना है कि रामनवमी (Ram Navami) पर पहले से ही विरोध की प्लानिंग कर ली गई थी. बीते 9 अप्रैल को लिखी चिट्ठी में रामनवमी पर नॉन-वेज नहीं बनाने की अपील की गई थी.

  1. केंद्रीय मंत्री आठवले ने की हिंसा की निंदा
  2. दिल्ली पुलिस कर रही है मामले की जांच
  3. स्टूडेंट कर रह हैं दोषियों की गिरफ्तारी की मांग

मामले की जांच में जुटी पुलिस

बता दें कि दिल्ली पुलिस ने एबीवीपी की तरफ मिली शिकायत के आधार पर जेएनयूएसयू, एसएफआई और डीएसएफ के अज्ञात सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. इसके अलावा जेएनयूएसयू, एसएफआई और आइसा की तरफ से भी पुलिस स्टेशन में एबीवीपी के अज्ञात सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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आइसा के स्टूडेंट आज भी करेंगे प्रदर्शन!

जान लें कि आइसा से जुड़े स्टूडेंट आज (मंगलवार को) भी दिल्ली में विरोध-प्रदर्शन कर सकते हैं. जेएनयू के कावेरी हॉस्टल के मेस में रविवार को रामनवमी के मौके पर कथित रूप से नॉन-वेज खाना परोसने को लेकर स्टूडेंट्स के दो गुटों में झड़प हो गई थी. पुलिस के अनुसार, इस झड़प में 20 स्टूडेंट घायल हो गए थे. लेफ्ट स्टूडेंट्स ने हिंसा फैलाने और भोजन संबंधी अपनी इच्छा थोपने का एबीवीपी पर आरोप लगाया है. वहीं एबीवीपी ने कहा कि लेफ्ट छात्रों ने उन्हें रामनवमी की पूजा करने से रोकने की कोशिश की.

केंद्रीय मंत्री ने दिया ये बयान

इस बीच जेएनयू में हुए हंगामे पर केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि जेएनयू में जो कुछ भी हुआ वह सही नहीं था और नहीं होना चाहिए था. रामनवमी हिंदुओं के लिए एक पवित्र त्योहार है और अगर कोई नॉन-वेज नहीं खाने का स्टैंड लेता है तो यह गलत नहीं है. सभी विचारधाराओं को स्वीकार करना चाहिए. दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.

गौरतलब है कि जेएनयू के सैकड़ों स्टूडेंट्स ने सोमवार को दिल्ली पुलिस मुख्यालय और तुगलक रोड थाने के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया था और यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं की कथित भूमिका के लिए उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी. प्रदर्शन करने वाले स्टूडेंट ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) से जुड़े थे.

(न्यूज़ एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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