Karnataka New CM Latest Updates: कर्नाटक में मुख्यमंत्री बनने के लिए पहले से सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच जंग छिड़ी हुई थी. अब एक ओर बड़े नेता भी इस पद पर अपना दावा ठोंक दिया है.
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Karnataka New CM News: कांग्रेस ने कर्नाटक असेंबली में बड़ी जीत दर्ज कर भले ही कामयाबी हासिल कर ली हो लेकिन अब सीएम की कुर्सी को लेकर वह उलझ कर रह गई है. राज्य का अगला सीएम बनने के लिए पहले से ही सिद्धारमैया (Siddaramaiah) और डीके शिवकुमार के बीच रस्साकशी चल रही थी. अब एक और उम्मीदवार ने सीएम बनने के लिए अपनी ताल ठोक दी है. पार्टी के पूर्व पूर्व उप मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष रहे जी परमेश्वर (G Parmeshwar) ने भी मुख्यमंत्री पद पर अपना दावा जता दिया है. जी परमेश्वर एक दलित नेता हैं और डीके- सिद्धा की लड़ाई ने इनके अंदर भी उम्मीद जगा दी है.
डीके को पसंद नहीं आ रही सिद्धारमैया की दावेदारी
वहीं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार इस बार सीएम (Karnataka New CM) बनने के लिए बेहतर मौका मान रहे हैं. वे मीडिया में पार्टी नेतृत्व के लिए वफादारी की बातें कर रहे हैं तो दूसरी तरफ बैठकों में सीएम की कुर्सी पर अड़े हैं. तीन डिप्टी सीएम का फॉर्मूला डीके को एकदम पसंद नहीं है. इसलिए आधिकारिक घोषणा नहीं हो पा रही है. इस गतिरोध को सुलझाने के लिए दिल्ली में आज सुबह 11 बजे से बैठकों का सिलसिला फिर से शुरू होगा.
क्या सोनिया गांधी कर पाएंगी राजी?
सूत्रों के मुताबिक़ शायद आज सोनिया गांधी दिल्ली पहुंच जाएं और बैठकों में शामिल हों. माना जा रहा है कि सोनिया की बात डीके (DK Shivakumar) नहीं टालेंगे, ऐसा कांग्रेस के नेताओं को भरोसा है. यह भी बात छनकर आ रही है कि पार्टी पर्यवेक्षक 11 बजे के बाद खरगे से फिर मिल सकते हैं. उसके बाद दोनों नेताओं यानि सिद्दारमैया और डीके से खरगे और गांधी परिवार की एक दौर की मुलाकात और होने की संभावना है.
किसी तीसरे नेता की लग सकती है लॉटरी
खबर ये भी आ रही है कि डीके अपने CM (Karnataka New CM) नहीं बनने की स्थिति में सिद्धारमैया की जगह किसी और को सीएम बनाए जाने के पक्ष में है. ऐसे में अगर दोनों में गतिरोध नहीं सुलझा तो किसी तीसरे नेता की भी लॉटरी लग सकती है. इससे पहले मंगलवार को दिन में राहुल गांधी ने मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात की. उन्होंने खरगे से कहा कि कर्नाटक उनका गृहराज्य है और सोनिया गांधी उनके फैसले से सहमत रहेंगी, इसलिए उन्हें सोनिया गांधी से पूछने की जरूरत नहीं है.
राहुल गांधी ने सरकार गठन पर कही ये बात
मीटिंग में राहुल गांधी ने आब्जर्वर की रिपोर्ट देखने से भी मना कर दिया. उन्होंने कहा कि वो सिर्फ इतना चाहते हैं कि जो गवर्मेंट फॉर्मेशन (Karnataka New CM) हो वो जनता के मैंडेट का प्रतिनिधित्व करे. उन्होंने कहा कि गरीबों, पिछड़ों, महिलाओं और माइनॉरिटी ने हमे वोट दिया है, इसलिए सरकार के कैबिनेट को उनका प्रतिनिधित्व करना चाहिए. इसके साथ ही जो 5 गारंटी के वादा कांग्रेस ने किए थे, उसे पूरा किया जाना चाहिए.