बारामूला: आतंकवादियों को घेरने पर भीड़ ने किया सुरक्षाबलों पर पथराव, फरार होने में कामयाब हुए आतंकी
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बारामूला: आतंकवादियों को घेरने पर भीड़ ने किया सुरक्षाबलों पर पथराव, फरार होने में कामयाब हुए आतंकी

जम्मू एवं कश्मीर के बारामूला जिले में आतंकवादियों के साथ गोलीबारी में शामिल सुरक्षा बलों पर शुक्रवार को भीड़ द्वारा पथराव करने से आतंकवादियों को बच निकलने का मौका मिला.

घेराबंदी कड़ी होने पर छिपे हुए आतंकवदियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी थी

श्रीनगर: जम्मू एवं कश्मीर के बारामूला जिले में आतंकवादियों के साथ गोलीबारी में शामिल सुरक्षा बलों पर शुक्रवार को भीड़ द्वारा पथराव करने से आतंकवादियों को बच निकलने का मौका मिला. इससे पहले सुरक्षा कर्मियों ने पल्हालान इलाके में आतंकवादियों के एक समूह के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद इलाके को तलाशी के लिए घेर लिया था. पुलिस ने कहा कि घेराबंदी कड़ी होने पर छिपे हुए आतंकवदियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी.

  1. बारामूला में आतंकियों को घेरने पर भीड़ का पथराव
  2. पथराव के कारण आतंकियों को मिली भागने में मदद
  3. सुरक्षाबलों को मिली थी आतंकियों के होने की जानकारी

सुरक्षा बलों पर युवकों द्वारा पथराव करने से पहले आतंकियों व सुरक्षा बलों में गोलीबारी हुई. सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और इस दौरान छिपे हुए आतंकवादी बच निकलने में कामयाब रहे. इस बात की आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है कि क्या अभियान बंद हो गया है या अभी भी जारी है?

श्रीनगर CRPF कैंप पर हमला
गौरतलब है कि, 12 फरवरी को आतंकियों ने सीआरपीएफ कैंप पर हमले की कोशिश की थी, जिसे सुरक्षाबल की तुरंत कार्रवाई ने नाकाम कर दिया था. इसके बाद आतंकी कैंप से भागकर एक इमारत में जा छुपे थे. उन्हें ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया गया था. आतंकियों की लोकेशन मिलने पर सुरक्षाबलों ने उन्हें चारों और से घेर लिया. इसके बाद दोनों ओर से गोलीबारी शुरू हो गई. इस हमले में एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी.

सुंजवान हमला
इससे पहले 10 फरवरी को सुंजवान में आतंकियों ने आर्मी कैंप में घुसकर हमला किया था. सेना की वर्दी में आए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने शनिवार तड़के सुंजवान के सैन्य शिविर पर धावा बोल दिया था. इस हमले में पांच सैनिक शहीद हो गए और महिलाओं, बच्चों सहित 11 अन्य लोग घायल हो गए थे. आतंकियों ने फैमिली क्वार्टर में घुसकर सो रहे लोगों पर गोलीबारी की, और गोले फेंके. शहीदों में सेना का एक जूनियर कमीशंड अधिकारी भी शामिल थे. मुठभेड़ के दौरान चार आतंकी ढेर कर दिए गए थे. शहीद जवानों की पहचान जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) मदन लाल चौधरी, गैर कमीशंड अधिकारी (एनसीओ) अशरफ अली, हवलदार हबीब उल्लाह कुरैशी, नायक मंसूर अहमद, लांस नायक मोहम्मद इकबाल के रूप में हुई है. वहीं गोलीबारी में मारे गए नागरिक की पहचान मोहम्मद इकबाल के पिता के रूप में हुई है.

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