कश्मीर: ओलंपिक में भी परचम लहराने के लिए तैयार हैं भारतीय सेना के ये जांबाज, कर रहे कमरतोड़ मेहनत
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कश्मीर: ओलंपिक में भी परचम लहराने के लिए तैयार हैं भारतीय सेना के ये जांबाज, कर रहे कमरतोड़ मेहनत

दुनिया की बेहतरीन स्कीइंग डेस्टिनेशन गुलमर्ग में भारतीय सेना के जवान सीमाओं की सुरक्षा के साथ ही खेलों में भी रुचि ले रहे हैं.

सेना के जवान

कश्मीर: दुनिया की बेहतरीन स्कीइंग डेस्टिनेशन गुलमर्ग में भारतीय सेना के जवान सीमाओं की सुरक्षा के साथ ही खेलों में भी रुचि ले रहे हैं. उनकी स्कीइंग टीम बीजिंग में 2020 में होने वाले ओलंपिक के लिए खुद को तैयार कर रही है. सेना के जवानों का लक्ष्य सीमा की सुरक्षा के साथ-साथ ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतना है. 

कड़ाके की ठंड के बीच भारतीय सेना आगामी राष्ट्रीय खेलों और फिर चीन में होने वाले ओलंपिक खेलों में बड़ी जीत हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है. नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर इस खेल को खेल चुके भारतीय सेना के सीनियर प्लेयर सूबेदार नदीम इकबाल इस टीम का नेतृत्व कर रहे हैं. नदीम ने 2014 के ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया है.

इस बार भारतीय सेना की टीम का लक्ष्य ओलंपिक में अल्पाइन स्कीइंग, स्नोबोर्डिंग, और नॉर्डिक फ्री स्टाइल स्कीइंग में स्वर्ण पदक हासिल करना है. इकबाल 2014 में शीतकालीन ओलंपिक में 15 किलोमीटर की नॉर्डिक फ्री स्टाइल स्कीइंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले जम्मू-कश्मीर के पहले सैनिक बने थे. 

नदीम इकबाल कहता है, "हम तीन इवेंट का परीक्षण दे रहे हैं. नोर्डिक, अल्पाइ, सुर स्नो बोर्डिंग बथलों, नोर्डिक क्रॉस कंट्री. ये 4 से लेकर 15 किलोमीटर तक होती है. हमार लक्ष्य ओलंपिक में मेडल लेना है और हमारे जो आने वाले इवेंट हैं, हम उनकी तैयारी कर रहे हैं.' जवान रमीज अहमद ने कहा, 'हम नेशनल की तैयारी कर रहे हैं लेकिन आने वाले ओलंपिक की भी तैयारी हो रही है. मुख्य मुद्दा है पदक हासिल करना. हमें पूरी तरह मजबूत बनाया जा रहा है जिससे हम ओलंपिक में पदक लाएं और देश का झंडा ऊंचा कर सकें.'

जवान जदिश सिंह रावत ने कहा, 'नेशनल स्तर पर तो मेडल हमारे पास है लेकिन अब हम इंटरनेशनल पदक हासिल करना चाहते हैं, हम उसके लिए मेहनत कर रहे हैं.'

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