जालसाजी मामले को लेकर केरल के प्रभावशाली चर्च पर मंडराया संकट
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जालसाजी मामले को लेकर केरल के प्रभावशाली चर्च पर मंडराया संकट

पादरियों का यह ‘‘अभूतपूर्व’’ कदम एलेनचेरी के खिलाफ कथित तौर पर जाली बैंक दस्तावेज बनाने को लेकर 24 वर्षीय युवक की गिरफ्तारी के बाद सामने आया है. 

.(प्रतीकात्मक तस्वीर)

कोच्चि: केरल के प्रभावशाली सिरो-मालाबार कैथोलिक चर्च पर एक संकट छा गया है, क्योंकि आर्कियोडीसी (प्रमुख पादरी के प्रबंधन क्षेत्र) के पादरियों ने रविवार को सामूहिक प्रार्थना के दौरान एक परिपत्र पढ़ा जिसमें पादरियों के समूह के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामले को लेकर चर्च के प्रमुख कार्डिनल जॉर्ज एलेनचेरी पर आरोप लगाया गया है. पादरियों का यह ‘‘अभूतपूर्व’’ कदम एलेनचेरी के खिलाफ कथित तौर पर जाली बैंक दस्तावेज बनाने को लेकर 24 वर्षीय युवक की गिरफ्तारी के बाद सामने आया है. एलेनचेरी एर्नाकुलम-अंगामाली चर्च के प्रमुख आर्कबिशप भी हैं.

एनार्कुलम के विकर जनरल (रोमन कैथोलिक चर्च बिशप के सहायक)-अंगमाली आर्कियोकोसी, फादर वर्गीस पोट्टाकल द्वारा जारी परिपत्र में कहा गया है कि सिरो मालाबार चर्च की धर्मसभा द्वारा जालसाजी मामले में बिशप जैकब एम और वरिष्ठ पादरी फादर पॉल टी को आरोपी बनाया गया है.

चर्च के एक सूत्र ने बताया कि एर्नाकुलम-अंगामाली आर्कियोडीसी के कई गिरिजाघरों में परिपत्र पढ़े गये. सूत्र ने कहा कि यह एक अभूतपूर्व स्थिति है. किसी चर्च प्रमुख के खिलाफ ऐसा कदम पहले नहीं सुना गया. परिपत्र में कहा गया है कि यद्यपि कार्डिनल ने आश्वस्त किया है कि मामले में आरोपी बनाये गये दोनों पादरियों को हरसंभव मदद दी जाएगी और उन्हें किसी दुर्भावना के तहत आरोपी नहीं बनाया गया है.

हालांकि वे अभी भी मामले में आरोपी हैं. परिपत्र में एक अन्य पादरी के खिलाफ मामले का जिक्र करते करते हुए कहा गया है कि कोई भी पादरी कार्डिनल के खिलाफ कागजात की जालसाजी में शामिल नहीं है. 

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