नई दिल्ली: दिल्ली की सीमाओं पर रौनक लगभग खत्म होने के बावजूद किसान नेताओं का आंदोलन खत्म नहीं हुआ है. किसान नेता बीजेपी पर दबाव बनाने के लिए नई रणनीति पर काम कर रहे हैं. अधिकतर किसान नेता पहले दिनों से ही कानून वापस लेने की जिद पर अड़े हैं. वहीं सरकार भी साफ कर चुकी है कि वो कानून वापस नहीं लेगी. हालांकि कानून में संशोधन का विकल्प जरूर खुला रखा गया है. संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के मंथन से नया खुलासा हुआ है.
बीजेपी को हराने की रणनीति
सरकार पर दबाव बनाने के लिए किसानों ने एक कदम आगे बढ़ते हुए नया फैसला किया है. किसान नेता अब नई रणनीति के तहत चुनावी राज्यों में अपनी टीम भेजेंगे. किसान नेताओं की टोली चुनावी राज्यों की जनता को बीजेपी के खिलाफ वोट डालने की अपील करेगी. संयुक्त किसान मोर्चा नेता बलबीर सिंह राजेवाल (Balbir Singh Rajewal) ने कहा, 'हम पश्चिम बंगाल और केरल में चुनावों के लिए दल भेजेंगे.
हम किसी भी पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे लेकिन लोगों से अपील करेंगे कि वे उन उम्मीदवारों को वोट दें जो बीजेपी को हरा सकते हैं. हम लोगों को किसानों के प्रति मोदी सरकार के रवैये के बारे में बताएंगे'. SKM नेता कोलकाता में 12 मार्च को एक जनसभा करेंगे जिसमें बीजेपी (BJP) को हराने की अपील की जाएगी.
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6 मार्च को एक्सप्रेस वे जाम करने का फैसला
बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि दिल्ली की तीन सीमाओं पर डेरा डाले हुए किसानों से शनिवार दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक केएमपी एक्सप्रेस जाम करने की अपील की गई है. खास तौर पर पंजाब, हरियाणा एवं पश्चिम उत्तर प्रदेश जहां के सैकड़ों किसान तीन नये कृषि कानूनों (Farm Law's) को वापस लेने की मांग करते हुए दिल्ली की सीमाओं यानी सिंघू, टिकरी और गाजीपुर पर डेरा डाले बैठे हैं.
गौरतलब है कि उस दिन किसान आंदोलन को सौ दिन पूरे हो जाएंगे. SKM नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि छह मार्च को सुबह 11 बजे से पांच घंटे के लिए एक्सप्रेसवे पर विभिन्न जगहों को जाम किया जाएगा.
MSP दिलाओ अभियान
SKM पूरे भारत में एक 'MSP दिलाओ अभियान' शुरू करेगा. अभियान के तहत, विभिन्न बाजारों में किसानों की फसलों की कीमत की वास्तविकता को दिखाया जाएगा, जो मोदी सरकार व एमएसपी के झूठे दावों और वादों को उजागर करेगा. यह अभियान दक्षिण भारतीय राज्यों कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भी शुरू किया जाएगा. पूरे देश के किसानों को इस अभियान में शामिल करने की योजना बनाई गई है.
संयुक्त किसान मोर्चा महिला किसान दिवस
8 मार्च का दिन संयुक्त किसान मोर्चा, महिला किसान दिवस (Mahila Kisan Day) के रूप में मनाएगा. सयुंक्त किसान मोर्चा के सभी धरना स्थल पर 8 मार्च के कार्यक्रम महिलाओ द्वारा संचालित होंगे. इस दिन महिलाएं ही मंच प्रबंधन करेंगी और वक्ता होंगी. SKM ने इस आयोजन की तैयारी के लिए कई महिला संगठनों और अन्य लोगों को न्योता भेजा है कि वो किसान आंदोलन के समर्थन में इस तरह के कार्यक्रम करें.
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