कोरोना वायरस कैसे एक स्वस्थ्य व्यक्ति जान ले लेता है? इस खबर में पूरी प्रक्रिया समझिए
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कोरोना वायरस कैसे एक स्वस्थ्य व्यक्ति जान ले लेता है? इस खबर में पूरी प्रक्रिया समझिए

हम आपको बताते हैं कि COVID-19 शरीर पर कैसे हमला बोलता है.

प्रतीकात्मक फोटो

नई दिल्ली: चीन के वुहान शहर से लगभग पूरी दुनिया में फैल चुके जानलेवा कोरोना वायरस (Coronavirus) से अब तक दुनिया भर में लगभग 22,295 लोगों की जान जा चुकी है और लाखों लोग COVID-19 से संक्रमित हो चुके हैं. अब ये तो सभी जानते हैं कि ये वायरस जानलेवा है लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि ये कोरोना वायरस किसी स्वस्थ्य व्यक्ति के शरीर पर कैसे अटैक करता है? हम आपको बताते हैं कि COVID-19 शरीर पर कैसे हमला बोलता है. 

  1. संक्रमित व्यक्ति का शरीर कोरोना वायरस को पैदा करता है
  2. कोरोना पीड़ित की कोशिकाओं पर चिपक जाता है
  3. कोरोना के मरीज को वेंटीलेटर पर रखना पड़ता है

कोरोना वायरस कैसे अटैक करता है

कोरोना वायरस किसी व्यक्ति के शरीर में तब प्रवेश करता है जब वह COVID-19 से संक्रमित बूंदों को सांस के द्वारा अंदर खींच लेता है या वह कोरोना वायरस से संक्रमित किसी सतह को छू लेता है. इसके बाद जब वह अपने हाथों के बिना साफ किये अपनी आंखें, मुंह या नाक छू लेता है और फिर COVID-19 के कण उसके गले तक पहुंच जाते हैं और कोशिकाओं पर चिपक जाते हैं. इसके बाद कोरोना वायरस अपनी आनुवंशिक सामग्री गले मे मौजूद कोशिकाओं को ट्रांसफर कर देता है. जिससे उस व्यक्ति की कोशिकाएं ऐसी फैक्ट्री में बदल जाती हैं जो और ज्यादा कोरोना वायरस को पैदा करने लगती हैं.

COVID-19 ऐसे इम्यून सिस्टम से लड़ता है

जैसे-जैसे कोरोना वायरस गले के नीचे की और बढ़ने लगता है तभी से उस व्यक्ति को बुखार और खांसी आनी शुरू हो जाती है. ये इस बात का संकेत होता है कि उस व्यक्ति का इम्यून सिस्टम इस समय COVID-19 से लड़ रहा है. कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके बहुत सारे लोगों में COVID-19 के लक्षण शुरुआत में बिल्कुल नहीं दिखते हैं.

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कोरोना वायरस इस प्रकार से फेफड़ों को कमजोर करता है

जब COVID-19 किसी व्यक्ति के फेफड़ों में पहुंचता है तो यह सूजन यानी इंफ्लामेशन पैदा कर देता है. जिसकी वजह से उसके फेफड़ों को रक्तप्रवाह के साथ ऑक्सीजन भेजने में कठिनाई आने लगती है. इसके कारण उसके फेफड़ों में पानी भरना शुरू हो जाता है और फिर उस व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है. इसीलिए COVID-19 के कई मरीजो को हॉस्पिटल में सांस लेने में मदद देने के लिए वेंटीलेटर का सहारा दिया जाता है. 

कोरोना का गंभीर रूप कब होता है

चीन में COVID-19 के पीड़ितों पर हुए एक स्टडी के मुताबिक कोरोना वायरस का गंभीर रूप कुल 7 कोरोना के मरीजों में से एक के साथ होता है. COVID-19 के कारण जिन लोगों की जान गई है या फिर वो गंभीर हालत में पहुचं चुके हैं, उनमें से अधिकतर लोग पहले से ही किसी बीमारी से पीड़ित थे. जिसके कारण उनका इम्यून सिस्टम पहले से ही काफी कमजोर था. COVID-19 के कारण गंभीर रूप से बीमार होने वाले 6% लोगों के फेफड़ों में सूजन इतनी गंभीर हो जाती है कि उनके शरीर को जीवित रहने के लिए पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन प्राप्त करने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है.

COVID-19 के शुरुआती लक्षण क्या हैं

कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके व्यक्ति में शुरुआती लक्षण बिल्कुल साधारण होते हैं. शुरुआत में उस व्यक्ति को बुखार आ जाता है और वह बहुत ज्यादा थकावट महसूस करता है. इसके साथ ही पीड़ित को सूखी खांसी आने लगती है. इसके अलावा बहुत से मरीजों को डायरिया जैसी भी बीमारी भी हो जाती है.

कोरोना वायरस से ऐसे बचाव करें

ऐसे मुश्किल वक्त में ये बहुत जरूरी है कि आप सभी तरह की स्वास्थ्य सलाहों का पालन करें. सोशल डिस्टेंसिंग करें और स्वच्छता बनाए रखें.

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