क्या आप जानते है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे किसने पकड़ा था? अदभुत साहस दिखाकर पकड़ने वाले इस शख्स का नाम रघु नायक था जो ओडिशा के रहनेवाले थे। रघु नायक की मौत के करीब 33 साल बाद ओडिशा सरकार ने उनकी पत्नी को पांच लाख रूपये की वित्तीय सहायता दी।
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भुवनेश्वर: क्या आप जानते है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे किसने पकड़ा था? अदभुत साहस दिखाकर पकड़ने वाले इस शख्स का नाम रघु नायक था जो ओडिशा के रहनेवाले थे। रघु नायक की मौत के करीब 33 साल बाद ओडिशा सरकार ने उनकी पत्नी को पांच लाख रूपये की वित्तीय सहायता दी।
Offered 5 lakh aid to brave Raghu Nayak’s widow from #Kendrapara, who had nabbed #Gandhiji’s assassin in 1948 pic.twitter.com/bOMmOeAwmz
— Naveen Patnaik (@Naveen_Odisha) May 11, 2016
केंद्रपाड़ा जिले के जगुलाईपाड़ा गांव के रहने वाले रघु नायक दिल्ली के बिड़ला हाउस में माली का काम करते थे, जहां 1948 में गोडसे ने गांधीजी पर गोलियां चलायी थी। हालांकि गांधीजी को नहीं बचाया जा सका लेकिन नायक ने ही सबसे पहले पीछा कर गोडसे को पकड़ा। बाद में गोडसे को मृत्युदंड दिया गया।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सचिवालय में मंदोदरी नायक को चेक सौंपा और शॉल ओढ़ाकर उनका सम्मान किया। उनके साथ केंद्रपाड़ा के जिलाधिकारी और परिवार के सदस्य भी थे। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री राहत कोष से नायक की विधवा को वित्तीय मदद दी गयी।
रघु नायक को अदभुत बहादुरी के लिए पूर्व राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने उनके जीवित रहते 500 रूपये का पुरस्कार दिया था। मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक राज्य सरकार ने नायक की पत्नी के वित्तीय तंगी का सामना करने के बारे में जानकर आर्थिक मदद देने का फैसला किया। नायक का 1983 में निधन हो गया और कुछ साल बाद उनके बेटे का देहांत हो गया। मंदोदरी अब अपनी बेटी के साथ रहती हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)