Indian Navy: इंडिया की मैरिटाइम पावर एक बार फिर बढ़ गई है क्योंकि इंडिया की शिप बिल्डिंग कंपनी कंपनी कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने 3 3 एडवांस वेसेल्स को लॉन्च कर दिया है.
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Cochin Shipyard Launches 3 Advanced Vessels: पोर्ट, शिपिंग एंड वाटरवेज मिनिस्ट्री के तहत भारत की लीडिंग जहाज निर्माता कंपनी कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (CSL) ने शनिवार को 3 अत्याधुनिक जहाजों - एक एंटी सबमरीन वॉरफेयर शैलो वाटरक्राफ्ट (ASW SWC), एक हाइब्रिड इलेक्ट्रिक मेथनॉल-रेडी कमीशनिंग सर्विस ऑपरेशन वेसल (CSOV), और देश का सबसे बड़ा ट्रेलर सक्शन हॉपर ड्रेजर, डीसीआई ड्रेज गोदावरी - की एक साथ वाटरलैंडिंग करके एक अहम उपलब्धि हासिल की.
कितना ताकतवर हैं ये वेसेल्स?
ये ट्रिपल लॉन्च जटिल जहाज निर्माण, टिकाऊ तकनीक और ऑफशोर इंजीनियरिंग में भारत की बढ़ती क्षमताओं को बयां करता है. भारतीय नौसेना के लिए निर्मित एएसडब्ल्यू एसडब्ल्यूसी, नेवी के अभय-क्लास के कोरवेट की जगह लेने के लिए डिजाइन किए गए 8 जहाजों की सीरीज में छठा जहाज है.
बढ़ गई नौसेना की ताकत
आईएनएस मगदला (INS Magdala) के रूप में कमीशन होने के बाद, 78 मीटर लंबा ये जहाज एडवांस्ड अंडरवाटर सेंसर, हल्के टॉरपीडो, एएसडब्ल्यू रॉकेट और बारूदी सुरंग बिछाने की क्षमता के साथ तटीय पनडुब्बी रोधी जंग को मजबूत करेगा. लॉन्च समारोह सुबह सीएसएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मधु एस. नायर (adhu S. Nair) और वरिष्ठ नौसेना अधिकारियों की मौजूदगी में आयोजित किया गया.
Cochin Shipyard #launched Anti-Submarine Warfare Shallow Water Craft (ASW SWC), INS MAGDALA, a #significant milestone in India's #indigenous shipbuilding journey. The vessel was launched by Smt Renu Rajaram, in the presence of VAdm R Swaminathan, AVSM, NM, CWPA, Indian Navy.… pic.twitter.com/wM1cPR9QnB
— Cochin Shipyard Limited (@cslcochin) October 18, 2025
दोपहर के सेशन में भारत के सबसे बड़े ड्रेजर, 12,000 क्यूबिक मीटर के डीसीआई ड्रेज गोदावरी (DCI Dredge Godavari) का लॉन्च हुआ, जिसे रॉयल आईएचसी (Royal IHC), नीदरलैंड के सहयोग से ड्रेजिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के लिए विकसित किया गया है.
आत्मनिर्भर भारत का सपना
बीगल प्लेटफॉर्म पर निर्मित, 127 मीटर लंबा यह जहाज बंदरगाह विकास, भूमि सुधार और नौगम्य जलमार्गों के रखरखाव के लिए अहम होगा. आत्मनिर्भर भारत की पहल के तहत 2022 में स्वीकृत ये परियोजना, बंदरगाह-आधारित विकास के विजन के अनुरूप बड़े पैमाने पर समुद्री बुनियादी ढांचा देने की भारत की क्षमता को प्रदर्शित करती है. तीसरा पोत, 93 मीटर लंबा हाइब्रिड इलेक्ट्रिक मेथनॉल-रेडी सीएसओवी, सीएसएल के अपतटीय पवन ऊर्जा सहायता पोतों के क्षेत्र में प्रवेश का प्रतीक है.
A leap towards a #greener maritime future.
CSL, proudly launched the Hybrid Electric, Methanol-Ready Commissioning Service Operation Vessel ‘Pelagic Walu’ for M/s Pelagic Wind Services, #heralding India’s march towards #sustainableseas. A new chapter in #greenshipbuilding… pic.twitter.com/Ft4x9iFs04— Cochin Shipyard Limited (@cslcochin) October 18, 2025
हाइब्रिड प्रोपल्शन, मेथनॉल-रेडी इंजन, डीपी2 डायनेमिक पोजिशनिंग और मोशन-कंपेन्सेटेड गैंगवे से लैस, ये पोत अपतटीय पवन ऊर्जा फार्मों के निर्माण, संचालन और रखरखाव में सहयोग प्रदान करेगा और साथ ही उच्च पर्यावरणीय प्रदर्शन और चालक दल के लिए आराम भी देगा.
क्या है एक्सपर्ट की राय?
सीएमडी मधु एस. नायर ने कहा कि यह 3 लॉन्च भारत के एक जहाज निर्माण राष्ट्र से एक प्रौद्योगिकी-संचालित समुद्री महाशक्ति बनने के परिवर्तन को दर्शाता है. उन्होंने कहा, "ये परियोजनाएँ स्वदेशी इनोवेशन को वैश्विक साझेदारियों के साथ जोड़ती हैं, जिससे रक्षा तत्परता और सतत अपतटीय विकास दोनों को बढ़ावा मिलता है."
Forging new depths in India’s maritime capability. CSL #proudly launched the 12,000 Cu.M capacity Trailing Suction Hopper Dredger ‘DCI Dredge Godavari’, for @dredgingDCI. The #largest dredger ever constructed in India. The vessel was launched by Smt. Sirobhushanam Sujatha, senior… pic.twitter.com/JRJi7ml4Bw
— Cochin Shipyard Limited (@cslcochin) October 18, 2025
भारत की सबसे बड़ी जहाज निर्माण और मरम्मत सुविधाओं में से एक, सीएसएल, रक्षा और वाणिज्यिक जहाज निर्माण में अहम भूमिका निभा रही है. नए लॉन्च, मैरीटाइम इंडिया विजन 2030 के हिसाब से, अत्याधुनिक समुद्री समाधानों के लिए एक भरोसेमंद भागीदार के तौक पर अपनी पोजीशन को जाहिर करते हैं.
(इनपुट-आईएएनएस)