जेल में लालू यादव को रोजाना इस काम के लिए मिलेंगे 93 रुपये
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जेल में लालू यादव को रोजाना इस काम के लिए मिलेंगे 93 रुपये

सोमवार को लालू यादव को रांची की बिरसा मुंडा जेल से हजारीबाग की जेल में शिफ्ट कर दिया जाएगा.

चारा घोटाले के एक मामले में साढ़े तीन साल की सजा पाए बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव जेल में करेंगे बागबानी (फोटोः यूट्यूब वीडियो ग्रैब)

नई दिल्लीः चारा घोटाले के मामले रांची की सीबीआई कोर्ट से साढ़े तीन साल की सजा पाए आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव जेल में क्या काम करेंगे यह तय हो गया है. वैसे तो इस मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद से लालू यादव रांची की बिरसा मुंडा जेल में बंद है लेकिन सजा का ऐलान नहीं होने की वजह से उन्हें जेल में किसी तरह के काम में नहीं लगाया गया था. लेकिन शनिवार को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने चारा घोटाले से संबंधित देवघर कोषागार से 89 लाख, 27 हजार रुपये की अवैध निकासी के मामले उन्हें साढ़े तीन साल की सजा का ऐलान कर दिया. इसके साथ ही लालू यादव 5 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है. फैसले के बाद अब सोमवार को लालू यादव को रांची जेल से हजारीबाग की जेल में शिफ्ट कर दिया जाएगा.

  1. लालू यादव को रांची की बिरसा मुंडा जेल से हजारीबाग जेल में शिफ्ट किया जाएगा
  2. चारा घोटाले के एक मामले में लालू प्रसाद को साढ़े 3 साल कारावास की सजा
  3. देवघर के जिला कोषागार से फर्जी तरीके से 84.5 लाख रुपये निकालने का मामला

मीडिया में चल रही खबरों की मानें तो बिहार के पूर्व सीएम लालू को जेल में बागबानी के काम में लगाया जाएगा. ऐसी भी जानकारी सामने आई है कि लालू यादव को इस काम के लिए प्रतिदिन 93 रुपये मिलेंगे. आपको बता दें कि इस मामले में अदालत ने लालू के दो पूर्व सहयोगियों लोक लेखा समिति के तत्कालीन अध्यक्ष जगदीश शर्मा को सात वर्ष की कैद एवं बीस लाख रुपये के जुर्माने एवं बिहार के पूर्व मंत्री आर के राणा को साढ़े तीन वर्ष की कैद एवं दस लाख जुर्माने की सजा सुनाई है. 

'बीजेपी की राह में चलने के बजाए मरना पसंद करूंगा'
शनिवार को लालू ने अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राह में चलने के बजाए मरना पसंद करूंगा. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, "भाजपा की राह में चलने के बजाए मैं सामाजिक न्याय, सद्भाव और समानता के लिए खुशी से मरना पसंद करूंगा."

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लालू जेल जाने के बाद अपने समर्थकों को ट्विटर के जरिए संदेश देते रहे हैं. जेल जाने के बाद लालू ने ट्वीट किया था, "प्रिय साथियों, कारागार प्रवास के दौरान मेरे ट्विटर हैंडल का संचालन मेरा कार्यालय और परिवार के सदस्य करेंगे. समय-समय पर मुलाकातियों के मार्फत कार्यालय को संदेश पहुंचेगा, जो आपके पास ट्विटर या अन्य विधा से पहुंच जाएगा. संगठित रहिए, सचेत रहिए."

यह भी पढ़ेंः लालू पर आए कोर्ट के फैसले पर तेज प्रताप बोले-हम झुकने वाले नहीं है

गौरतलब है कि 23 दिसंबर को जब अदालत ने लालू को दोषी करार दिया था, उस दिन भी लालू ने एक साथ कई ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साधा था.

राबड़ी देवी के आवास पर हुई RJD बैठक
इससे पहले तेजस्वी यादव ने कोर्ट के फैसले पर कहा कि, 'न्यायपालिका ने अपना काम किया है, हम कोर्ट के फैसले को पढ़ने के बाद हाईकोर्ट जाएंगे और जमानत के लिए अर्जी दाखिल करेंगे' रांची में सीबीआई की विशेष अदालत में लालू यादव की सजा पर फैसला सुनाए जाने से पहले पटना में राबड़ी देवी ने अपने सरकारी आवास पर आरजेडी की एक बैठक की. बैठक हिस्सा लेने के लिए आरजेडी के तमाम बड़े नेता और कार्यकर्ता राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचे. बैठक की अध्यक्षता लालू के बेटे तेजस्वी यादव ने की.

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सीबीआई केंद्र के इशारों पर काम कर रही है-तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि लालू यादव जी को केंद्र सरकार ने एक साजिश के तहत फंसाया है. सीबीआई केंद्र के इशारों पर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि लालू जी फंसाने आरजेडी टूटने वाली नहीं हैं. उन्होंने कहा कि हम किसी साजिश से डरने वाले नहीं हैं. तेजस्वी ने कहा कि लालू कोई व्यक्ति नहीं बल्कि एक विचारधारा का नाम है.

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23 दिसंबर को दोषी करार दिए गए थे लालू यादव
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत ने चारा घोटाले से संबंधित एक मामले में बीते 23 दिसंबर को दोषी करार दिया था. अदालत ने पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा और अन्य छह आरोपियों को इसी मामले में बरी कर दिया.

क्या था मामला? 
यह मामला देवघर के जिला कोषागार से फर्जी तरीके से 84.5 लाख रुपये निकालने से जुड़ा हुआ है. मामले की सुनवाई रांची की विशेष सीबीआई अदालत ने 13 दिसंबर को पूरी कर ली थी. इस पूरे मामले में कुल 34 आरोपी थे, जिनमें से 11 की मौत हो चुकी है. जबकि एक आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और सीबीआई का गवाह बन गया.

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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